राष्ट्रीय (21/03/2013) 
डीईआरसी मुख्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओ और आरडब्ल्यूए का जबरदस्त प्रदर्शन

 बिजली के दाम इसी तरह से बढ़ते रहे तो बिजली आन्दोलन चलता रहेगा। भाजपा प्रदेश  अध्यक्ष  विजय गोयल ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को चेतावनी देते हुए कहा कि वे बिजली के बढ़ते हुए दामों को रोकें, नहीं तो जनता का भारी आक्रोश  उनको सहना पड़ेगा।

डीईआरसी के मुख्यालय पर भाजपा ने आज प्रचंड प्रदर्शन  किया, जिसमें हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकत्र्ता, आरडब्ल्यूए, एनजीओ और सभी वर्गों के लोग ‘शामिल हुए।

विजय गोयल  ने कहा कि डीईआरसी के चैयरमेन ने पिछले तीन दिनों से हमारे प्रतिनिधिमंडल को समय देने की जरूरत नहीं समझी, क्योंकि 10 प्रशन जो हमने उनके सामने रखे थे, जिसका जवाब देने के लिए चार दिन का समय हमने उन्हें दिया था, उनका जवाब उनके पास नहीं है।

 गोयल ने कहा कि पुलिस कमीशनर से स्वयं उनकी बात हुई थी बिजली के बढ़ते हुए दामों के खिलाफ धरना देने के लिए और हां करने के बाद वे अपनी बात से मुकर गए। यदि दिल्ली सरकार, डीईआरसी उनकी बात नहीं सुनेंगे और न ही पुलिस इजाजत देगी तो जनता अपने आक्रोश  को कैसे और कहां व्यक्त करें ?

सरकार बताए कि पिछले 24 महीनो  में 59 प्रतिशत बिजली के दाम दिल्ली में कैसे बढ़ गए, जबकि गुजरात में केवल  6 प्रतिशत।  मुख्यमंत्री शीला दीक्षित चुप क्यों हैं जबकि दिल्ली सरकार की इन कम्पनियों में आधी की भागीदारी है।

उपराज्यपाल कहते हैं कि 30,000 करोड़ रूपए आने के बाद बिजली कम्पनियो  को फायदा हुआ है तो फिर बिजली के दाम कम क्यों नहीं हो रहे ? कमीशन ने क्यों नहीं बिजली कम्पनियों से पूछा कि वे कहां से, कितने में, कैसी बिजली खरीद रहे हैं। उनकी चल-अचल सम्पत्तियों के बारे में जब डीईआरसी को जानकारी नहीं है तो वे बिजली के दाम कैसे तय करते हैं ? सेन्ट्रल इलैक्ट्रिसिटी एक्ट, नेशनल टैरिफ पालिसी के नियमों का उल्लंघन क्यों हो रहा है ? सेन्ट्रल इलैक्ट्रिसिटी एक्ट के अनुसार साल में एक बार से ज्यादा बिजली के दाम नहीं बढ़ सकते, फिर चार-चार बार बिजली के दाम क्यों बढ़ रहे हैं ? डीईआरसी ने आज तक जनता को यह नहीं बताया कि वार्षिक  राजस्व जरूरत  में उन्होंने इन कम्पनियों की क्या गलतियां पाई और क्या एक्शन  लिया ताकि जनता अपना फीडबैक दे सके।

 गोयल ने आज के प्रदर्शन  के बाद यह घोषणा की है कि यदि 22 मार्च तक डीईआरसी के चैयरमेन ने भाजपा और आरडब्ल्यूए के मिले-जुले प्रतिनिधिमंडल को समय नहीं दिया तो 23 मार्च को पुनः धरना दिया जाएगा। कल 22 मार्च को विजय गोयल यमुना खादर पर अक्षरधाम मंदिर के सामने हजारों लोगों की विशाल रैली को सम्बोधित करेंगे।

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