राष्ट्रीय (18/03/2013)
राज्यपाल ने 61वें अखिल भारतीय पुलिस खेलों का शुभारम्भ किया
राज्यपाल उर्मिला सिंह ने आज कांगड़ा जिले के धर्मशाला में 61वीं अखिल भारतीय पुलिस खेल प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। इन खेलों में देश के 24 राज्यों, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय पुलिस बलों के 1500 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उर्मिला सिंह ने इस अवसर पर कहा कि खेल हमें अपने विचारों और भावनाओं को संतुलित रखने की कला सिखाने के साथ-साथ खिलाडि़यों के व्यक्तित्व निर्माण में भी सहायक सिद्ध होते हैं। खेलों के माध्यम से खिलाड़ी न केवल बेहतर इंसान बनते हैं अपितु जीवन के सभी क्षेत्रों विशेषकर कार्य क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में भी सक्षम होते हैं। उन्होंने कहा कि ये गुण विशेषकर पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए लाभदायक हैं, क्योंकि उन्हें विभिन्न परिस्थितियों में कार्य करना होता ह और जन अपेक्षाओं पर खरा उतरना होता है। राज्यपाल ने खेलों के महत्व पर बल देते हुए कहा कि खेल हमारा मानसिक एवं शारीरिक विकास सुनिश्चित बनाते हैं। युवाओं को खेल गतिविधियों में अधिक से अधिक भाग लेना चाहिए क्योंकि इनके माध्यम से आत्मविश्वास, दल के रूप में कार्य करने की भावना और मित्रता जैसे गुणों का विकास होता है और व्यक्ति ऊर्जा से परिपूर्ण होकर मजबूत बनता है। उन्होंने कहा कि सभी स्तरों पर खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उर्मिला सिंह ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्रतियोगिता न केवल पुलिस कर्मियों की दिनचर्या को बदलने में सहायक सिद्ध होगी बल्कि उन्हें पूर्ण मनोरंजन का साधन प्रदान कर अन्य राज्यों के अपने समकक्ष कर्मियों के साथ बातचीत का अवसर भी उपलब्ध करवाएगी। राज्यपाल ने इस अवसर पर स्मारिका का विमोचन भी किया। पुलिस महानिदेशक बी.कमल कुमार ने राज्यपाल का स्वागत किया और खेल गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उत्तरी क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राकेश अग्रवाल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मण्डलायुक्त बी.आर. वर्मा, कांगड़ा के उपायुक्त पी. पाल रासू, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा शहर के गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। |