राष्ट्रीय (15/03/2013)
किसानों के बुलंद हौंसले के आगे बौखला उठा प्रशासन
मुजफ्फरनगर। मेरठ के पिछले 18 दिनों से गन्ने के अन्तर मूल्य व ब्याज पाने के लिए चल रहे धरने पर किसानों के बुलंद हौंसलों को देखते हुए प्रशासन बौखला उठा है। किसानों के धरने को समाप्त कराने के लिए प्रशासन धरने से जुडे किसान नेताओं पर दबाव बनाने का काम शुरू कर दिया है। जबकि धरने को लेकर प्रशासन के हाथ-पैर फूले हुए है। उल्लेखनीय है कि किसानों के धरने पर मेरठ कमीशनरी पार्क स्थित चै. चरण सिंह पार्क में होने वाली 16 मार्च को महापंचायत में किसी कोई बडा निर्णय लिया जा सकता है। जिसके चलते किसानों की महापंचायत में वेस्ट यूपी से लाखों की संख्या में किसानों के पहुंचने वाले है। धरने के 18 दिन के बाद प्रशासन के धरने के हाथ-पैर फूल गये हुए है। प्रशासन किसी भी तरह से धरना समाप्त कराने की योजना बना रहा है ताकि किसानों के धरने को समाप्त कराया जा सके। सरकार किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं देना चाहती है क्योंकि सरकार को प्रदेश के 55 लाख किसानों के सामने मात्र 55 मिल मालिकों सर्वोच्च दिखाई दे रहे है। सरकार सरकार की नजरों में प्रदेश केे 55 लाख किसानों का कोई मौल नहीं दिखाई दे रहा है। जिसके चले प्रदेश सरकार 55 मिल मालिकों के हाथों में खेलती दिखाई दे रही है। वहीं सूत्रों की माने तो शासन प्रशासन धरने से जुडे किसान नेताओं पर धरना समाप्त करने का दबाव बनाया जा रहा है। धरना समाप्त कराने के लिए प्रशासन विभिन्न चल चलने की योजनाएं बनारहा है। सूत्रों का कहना है कि सरकार मिल मालिकों के दबाव में है और किसानों की कोई बात सुनने वाली नहीं है जिस कारण प्रशासन धरना समाप्त कराने की योजनाएं बनाने में जुटा हुआ है और धरने से जुडे नेताओं को भी धरना समाप्त कर अपने घर लौट जाने का दबाव बनाने में लगा हुआ है।
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