राष्ट्रीय (09/03/2013) 
‘हिमाचल महिला पुरस्कार’ की घोषणा

प्रदेश सरकार पाचं महिलाओं को हर वर्ष उनके शिक्षा, स्वास्थ्य, सशक्तिकरण, खेल, संस्कृति और सामाजिक सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘हिमाचल महिला पुरस्कार’ से सम्मानित करेगी। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने यह घोषणा आज यहां राज्य स्तरीय अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दी।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि समाज में महिलाओं द्वारा दिए गए योगदान एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों को याद करने का विशेष अवसर है। इसी के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने उत्कृष्ट महिलाओं, जो अन्यों के लिए प्रेरणादायक हैं, को सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जिले में महिला आश्रमों को स्थापित करेगी ताकि परित्यक्त महिलाओं के लिए रहने का स्थान उपलब्ध हो सके। प्रदेश भर में और अधिक आंगनवाड़ी केन्द्रों को आरम्भ करने के प्रयास किए जाएंगे ताकि महिलाओं और बच्चों को सुविधाएं मिल सके। प्रदेश सरकार कांग्रेस पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में किए गए वायदों विशेषकर महिलाओं के लिए किए गए वायदों को पूरा करने के प्रति कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि राज्य में महिला साक्षरता दर 76.60 प्रतिशत तथा लिंग अनुपात 974 है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र जैसे शिक्षा, खेल, विज्ञान एवं राजनीति इत्यादि क्षेत्रों में अग्रणी होकर अपनी उपस्थिति का एहसास दिला रही है। उनकी सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार  हुआ है तथा वे अपने अधिकारों के प्रति अधिक सचेत हुई हैं। समाज व राष्ट्र के विकास में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। लेकिन यह चिंता का विषय है कि वे आज भी पूरी तरह स्वतंत्र एवं सुरक्षित नहीं हैं और विभिन्न प्रकार के सामाजिक अपराध एवं असमानताओं से जूझ रही है।
महिलाओं के विरूद्ध हाल ही में हुई आपराधिक घटनाओं के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं राष्ट्र पर धब्बा हैं तथा राष्ट्रीय एवं राज्य सरकारें इन घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी पग उठा रही है। लेकिन इसके लिए समाज का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के प्रति संवेदनशील है तथा उनके सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न विभागों, बैंकों तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। उन्होंने अर्जुन पुरस्कार विजेता तथा युवा सेवाएं एवं खेल विभाग की संयुक्त निदेशक श्रीमती सुमन रावत तथा अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी कुमारी प्रियंका नेगी जिन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर तीन स्वर्ण पदक जीते, को भी सम्मानित किया। उन्होंने वर्ष 2011-12 के लिए एकीकृत बाल विकास योजना के अन्तर्गत उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए 17 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य पुरस्कार भी प्रदान किए।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने कहा कि महिलाएं देश की आधी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती हैं तथा हर क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। संविधान ने उन्हें समान अधिकार दिए हैं परन्तु यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें इस हक से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज का दिन महिलाओं को उनके अधिकारों, स्वतंत्रता एवं बेहतर जीवन यापन के लिए जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया है।
श्रीमती स्टोक्स ने कहा कि कांग्रेस सरकारों ने हमेशा महिलाओं के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है तथा उन्हें लाभान्वित करने के लिए अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम कार्यान्वित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने महिला कल्याण के लिए अह्म भूमिका निभाई तथा यूपीए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी भी महिलाओं से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान केन्द्रित कर रही है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस विश्व भर में आयोजित किया जाता है ताकि महिलाओं के अधिकारों एवं उनसे जुड़े मामलों को उजागर किया जा सके। उन्होंने कहा कि महिलाएं राज्य एवं राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले की श्रीमती किंकरी देवी ने पर्यावरण से जुड़े मामलों को उठाया तथा बिलासपुर जिले की श्रीमती गंभरी देवी ने पहाड़ी लोक संगीत को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिला कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित की हैं। उन्होंने कहा कि स्नातक स्तर तक निःशुल्क शिक्षा, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, किशोरी शक्ति योजना, बालिका सुरक्षा योजना, मदर टेरेसा मातृ सम्बल योजना, इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना तथा महिला उत्थान योजना जैसी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं।
प्रधान सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता  पी.सी. धीमान ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
विधायक  रवि ठाकुर, शिमला नगर निगम के महापौर  संजय चैहान, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, हिमाचल प्रदेश समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष  वीना ठाकुर, शिमला के उपायुक्त  दिनेश मल्होत्रा, महिला एवं बाल विकास की निदेशक मधु बाला, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक दुल्लर, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा प्रदेश के विभिन्न विभागों से बड़ी संख्या में आई महिलाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया।

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