राष्ट्रीय (09/03/2013) 
विधानसभा में गूंजा किसानों का मेरठ धरना

मुजफ्फरनगर। वर्ष 2009-10 के बकाया 75 रूपये तक के अंतर मूल्य भुगतान व ब्याज समेत गन्ना बकाया भुगतान मांग को लेकर मेरठ के कमीशनरी स्थित चै. चरण सिंह पार्क पर चल रहे राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के धरने को मुजफ्फरनगर के किसान व अन्य लोग भी समर्थन दे रहे है।

जाट कालोनी स्थित विकास बालियान के आवास पर हुई बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल अध्यक्ष व मेरठ धरने के प्रेस प्रवक्ता विकास बालियान ने कहा कि सरकार अब चेत गई है, चीनी मिलों से बकाया भुगतान का विवरण मंगाने के साथ ब्याज की गणना भी करा रही है। साफ है कि शीघ्र किसानों को वर्ष 2009-10 का बकाया व पिछले तथा चालू वर्ष के 15 दिन के बाद विलम्ब कर दिये गये भुगतान पर 15» ब्याज मिलेगा। यह नजीर बन जाने के बाद कभी कोई चीनी मिल गन्ना किसानों का भुगतान 15 दिन के बाद रोक नहीं पाएगा।

विकास बालियान ने कहा कि 29.08.2011 को वी.एम. सिंह की याचिका संख्या 5287व 01.08.2012 की याचिका संख्या 6429 पर लखनऊ बैंच के आदेशों के बावजूद सरकार अदालती आदेशों की क्या स्थिति करा दी है।  केन्द्र सरकार चाहे तो अदालत के आदेशों की अनदेखी कर 55 लाख गन्ना किसानों को उनके अधिकारों से वांचित करने पर संविधान के अनुच्छेद 142, 143 के तहत बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन भी लगा सकती है। मगर दोनों सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीन है।

विकास बालियान ने उपस्थित लोगों को बताया कि शामली विधायक पंकज मलिक, थानाभवन विधायक सुरेश राणा, माट विधायक श्याम सुंदर शर्मा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से विधानसभा में उठाया है।

जनपद मुजफ्फरनगर में मास्टर विजय सिंह जैसे आंदोलनकारी भी मेरठ जाकर अपना समर्थन दे रहे है।
 रालोद, भाजपा, सपा, बसपा, पीसपार्टी, कांगें्रस सभी दलों के राजनैतिक नेतागण मेरठ में धरने को समर्थन दे रहे है। आज भीड पहले आई है नेता बाद में आ रहे है।
विकास बालियान ने कहा कि अदालत के आदेशों का 1.5 साल में भी पालन न करने पर मामले का गंभीर मानते हुए सुप्रीम कोर्ट बार अध्यक्ष श्री एम0एन0 कृष्णमणी भी दर्जनों वकीलों के साथ रविवार को मेरठ धरने पर दो बजे आ रहे है।
 सरकार मजबूर होकर अब किसानों को उनके हक से महरूम नहीं रख पायेगी।
 बैठक में चै. तेजराम राठी, धर्मवीर राठी, सतेन्द्र राठी, आकाश वीर, नन्दकिशोर, सचिन धीमान, संजय दुधाधारी, जितेन्द्र कुटबा, रणवीर सिंह कुटबा, संदीप भोपा, यशपाल सिंह रहमतपुर, विपिन बालियान, इसरार चैधरी, मनोज शर्मा, अमर सिंह तोमर, धर्मेन्द्र, मनोहर सिंह, अमरपाल सिंह पूनिया समेत सैंकडों किसान मौजूद थे।
 

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