राष्ट्रीय (09/03/2013) 
ओरल एंड मैक्जिलोफेशियल सर्जरी पर संगोष्ठी का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री  वीरभद्र सिंह ने आज यहां भारतीय मैक्जिलोफेशियल सर्जरी  अकादमी तथा भारतीय दंत एसोसियेशन के संयुक्त तत्तवावधान में आयोजित ‘ओरल एंड मैक्जिलोफेशियल सर्जरी’ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संगोष्ठी में देश भर से आए विशेषज्ञ व स्नातकोत्तर विद्यार्थी भाग ले रहे हैं, जो प्रदेश में अपनी तरह का पहला आयोजन है। उन्होंने कहा कि टाटा मैमोरियल अस्पताल, जस्लोक अस्पताल मुम्बई, पीजीआई चंडीगढ़, राजकीय दंत महाविद्यालय अमृतसर तथा शिमला के दंत विशेषज्ञ सहित विख्यात दंड संस्थानों के विशेषज्ञ ने विभिन्न विषयों पर मैक्जिलोफेशियल ट्रामा,  मैक्जिलोफेशियल पैथोलाजी व बेसिक साईंस पर अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में आपसी विचार-विमर्श, सर्जरी सम्बन्धित वीडियो और विभिन्न चिकित्सीय मामलों पर विचार-विमर्श इसका मुख्य आकर्षण रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र सहित दंत देखभाल को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। प्रदेश के दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में निःशुल्क चिकित्सा देखभाल सुविधाएं एवं निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। दंत चिकित्सकों, नर्सों व पैरा मेडिकल स्टाफ की लम्बी समय से रिक्त चले आ रहे पदों को भरा जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों को स्तरोन्नत कर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रकार शिमला स्थित राजकीय दंत महाविद्यालय, इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज और डा. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल, टांडा में भी सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
डा. अनूप गर्ग ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा संगोष्ठी के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
पद्म ब्रिगेडियर अनिल कोहली ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह न केवल प्रदेश के बल्कि देश में वरिष्ठ एवं कद्दावर नेता है और उनकी दूरदृष्टि व प्रयासों से चिकित्सा व दंत सेवाओं का प्रदेश में और विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल एक ही दंत महाविद्यालय शिमला में ही था, परन्तु अब राज्य में तीन निजी दंत महाविद्यालय हैं और लगभग 240 से अधिक दंत चिकित्सक सरकारी संस्थानों में ही कार्यरत हैं।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स, शहरी विकास मंत्री श्री सुधीर शर्मा, राजकीय दंत महाविद्यालय शिमला के प्रधानाचार्य डा. आर.एस. मान, डा. आर.पी. लुथरा, डा. मेजर जनरल पी.एन. अवस्थी, डा. भागवंत सिंह, डा. संजय कालरा और अन्य विशेषज्ञ भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
 
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