राष्ट्रीय (09/03/2013) 
महिलाओं की सुरक्षा

महिला अंतर्राष्ट्रीय  दिवस के उपलक्ष्य में सम्पूर्णा सामाजिक संस्था द्वारा एक विचार गोष्ठी  का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय था ’’महिलाओं की सुरक्षा’’ जो कि पीतम पुरा के एम2के सिनेमा हाल मे रखी गई। महिला दिवस के संदर्भ में सम्पूर्णा द्वारा सभी लाभार्थियों को “नो वन किल्ड जसिका ” मूवी दिखाई गई। विचार गोष्ठी इसी चलचित्र के मध्यान्तर काल में की गई।

डा ‘शोभा विजेन्द्र विचार गोष्ठी की मुख्यवक्ता थी। उन्होने कहा कि आज विश्व  में महिलाएं असुरक्षित हैं और समाज की परिस्थितियों को देखते हुए लड़कियों में आत्मबल व आत्मविशवास पैदा करने की जरूरत है

उन्होने इस बात को गम्भीर रूप से रखा कि आज बुनियादी सुविधाओं, शिक्षा और घर पर एक सहायक वातावरण की कमी के कारण महिलाएं विषम परिस्थितियों का मुकाबला करने में सक्षम नही हैं। हमारे समाज में हिसात्मक घटनाएं दिन म्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। कुंठा और क्रोध परिवारों में बढ़ता जा रहा है। हिंसा में विभिन्न रूपों जैसे शारिरिक, मानसिक व भावनात्मक रूपों से ‘शोषण करने की प्रवृति है। यह बच्चों के विकास व घर के वातावरण को प्रभावित करता है।

गोष्ठी में नौजवान लड़कियों ने अपने प्रशन उठाए। वे चाहती हैं कि उन्हे बेहतर पुलिस और बेहतर प्रशासन मिले। गोष्ठी में सब ने बड़े उत्साह से हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने आज की न्याय प्रणाली की ढीलता पर चर्चा की जो कि चलचित्र में भी दिखाई गई। सभी लाभार्थियों को ठंडे पेय पदार्थ व स्नैक्स दिए गए। सबने चलचित्र का आनन्द लिया।

अंत में सम्पूर्णा अध्यक्षा तरूणा कटारिया ने एम2के सिनेमा हाल की पूरी टीम को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद किया व कहा कि आज उनके सहयोग से सिनेमा हाल में सही मायने में महिला दिवस मनाया गया।

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