राष्ट्रीय (07/03/2013) 
यमुना खादर के किसानों, मजदूरों की लड़ाई लड़ेगी भाजपा-विजय गोयल

 वजीराबाद से लेकर ओखला तक फैले यमुना खादर के हजारों किसानों, मजदूरों ने आज 63 साल से खादर की जमीन पर खेती कर रहे किसानों से खादर की जमीन छीनने के कांग्रेस सरकार के “षड़यंत्र के विरूद्ध भाजपा दिल्ली प्रदेश  मुख्यालय आकर प्रदेश  अध्यक्ष विजय गोयल के सामने अपनी समस्यायें रखीं। किसानों, मजदूरों को सम्बोधित करते हुये गोयल ने कहा कि वे खादर के किसानों की जमीन बचाने के लिए उनके साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं।  इसके लिए सड़क से लेकर अदालत तक किसानों की लड़ाई भाजपा उनके साथ मिलकर लड़ेगी।

गोयल ने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह गरीब, किसान, मजदूर विरोधी है।  यह सरकार गरीब की तो लंगोटी उतार लेती है लेकिन बड़े-बड़े पूंजीपतियों का करोड़ों रूपये का लोन माफ कर देती है।  सरकार की इस तानाशाही और मनमानी के खिलाफ उन्होंने सभी को एकजुट होकर भाजपा के साथ खड़े होकर लड़ाई लड़ने का आवाह्न किया।  उन्होंने घोषणा की कि जल्दी ही वे यमुना खादर की जमीन पर आकर वहां के पीडि़त किसान, मजदूरों से मिलेंगे और उनका मामला उपराज्यपाल से लेकर सरकार तक उठायेंगे।

उन्होंने कहा कि गरीब की रोजी-रोटी सबसे प्राथमिक आव’यकता है।  इसको छीनकर खादर की जमीन पर अन्य कोई कार्य करना सरासर अन्याय है।  वे इस अन्याय के साथ हमेशा  गरीबों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ेंगे।  जिस तरह दिल्ली में उन्होंने लाटरी पर पूर्ण पाबंदी लगवाई थी उसी की तर्ज पर आगे भी आम जनता के हित की लड़ाई लड़ते रहेंगे क्योंकि उनका सारा जीवन जनसंघर्ष  और आम आदमी के हितों के लिए संघर्ष  करते हुये ही बीता है।  उन्होंने आपातकाल के दौरान सरकार से लोहा लिया था और 6 महीने जेल में गुजारे थे। 

गोयल ने कहा कि कांग्रेस सरकार एक तरफ दिल्ली में शराब की नदियां बहा रही है दूसरी तरह अखबारों में करोड़ों रूपया खर्च करके विज्ञापन भी देती है कि ‘शराब ‘शरीर और आत्मा का नाश  करती है।  इस जनविरोधी सरकार से लंबी लड़ाई लड़नी है ताकि इसे हमेशा  के लिए विदा किया जा सके।  किसान हित रक्षक एवं पर्यावरण संगरक्षक समिति के बैनर तले आये किसानों, मजदूरों ने इस अवसर पर प्रदेश  अध्यक्ष विजय गोयल को ज्ञापन दिया।  उनके नेता हरीचंद सैनी, रमेश  सैनी, बलजीत सिंह, महेश  आदि ने बताया कि सरकार एक साजिश  के तहत हजारों किसानों, मजदूरों को बेरोजगार करना चाहती है।  जमीन छिन जाने से हजारों परिवार बर्बाद हो जायेंगे।  सरकार खादर की जमीन पर बायो डाइवर्सिटी पार्क बनाने की घोषणा कर चुकी है।

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