राष्ट्रीय (23/02/2013) 
पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान 24 फरवरी, 2013 को
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां कहा कि प्रदेश में पांच वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों के लिए 24 फरवरी, 2013 को पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान आयोजित किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश भर में 5669 बूथ स्थापित किए जाएंगे। यदि कोई बच्चा इस अभियान में शामिल होने से छूट गया तो उनके लिए दूसरे और तीसरे दिन बूथ स्तर व घर-घर जाकर पल्स पोलियो प्रतिरक्षण की खुराक पिलायी जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह अभियान पहले दिन बूथ स्तर पर आयोजित किया जाएगा, जबकि दूसरे व तीसरे दिन घर-घर जाकर पोलियो दवा पिलाई जाएगी। इस अभियान के दौरान 680679 बच्चों को पोलियो ड्राॅप्स पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए 22627 लोग तैनात किए गए हैं। प्रत्येक बूथ पर चार व्यक्ति तैनात किए जाएंगे, जिनमें दो तकनीकी कर्मचारी स्वास्थ्य व आयुर्वेदिक विभाग से और दो अन्य विभागों से तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि लाहुल-स्पीति, किन्नौर, शिमला जिले के डोडरा-क्वार तथा चम्बा जिले के पांगी में प्रतिकूल मौसम के दृष्टिगत यह अभियान बाद में संचालित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में पोलियो का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन फिर भी लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम एक सामाजिक अभियान है, जो सभी सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के सहयोग तथा पंचायती राज संस्थाओं, महिला मण्डलों, महिला स्वास्थ्य संघों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी से ही सफल हो सकता है। उन्होंने आग्रह किया कि लोगों को पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के महत्व के बारे में जागरूक किया जाए ताकि पांच वर्ष तक की आयु वर्ग के सभी बच्चों को इसमें शामिल किया जा सके। 
उन्होंने कहा कि गद्दी और गुज्जर जनजातियों के बच्चों को वन चैंकियों पर पोलियो ड्राप्स पिलाई जाएंगी, जब वे यहां से गुजरे। इसके अलावा मंदिर परिसरों , मुख्य पर्यटक स्थलों, औद्योगिक क्षेत्रों और मुख्य बस अड्डो पर भी पोलियो ड्राॅप्स पिलाने के प्रबन्ध किए गए हैं।
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