अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान – एम्स को देश में सबसे अच्छे मेडिकल कॉलेज का दर्जा प्राप्त है। शिक्षा पद्धति में विकास, उच्च्स्तर की शैक्षिणक सुविधाएं उपलब्ध कराने और परास्नातक मेडिकल शिक्षा में आत्मनिर्भरता हासिल करने के उद्देश्य पूरा करने में एम्स लगा हुआ है। इस संस्थान से निकले छात्र न सिर्फ देश में स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे बल्कि अमरीका और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में भी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। ये बातें आज नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने कही। एम्स के 40वें दीक्षांत समारोह में आजाद ने कहा कि प्रारंभ में एम्स की शुरूआत मेडिकल शिक्षा की फैकल्टी तैयार करने, अनुसंधान कराने और रेफरल संस्थान के रूप में काम करने के लिए की गयी थी। लेकिन बढ़ते समय के साथ संस्थान पर रोगियों की देख-रेख का भार बढ़ गया जिसे देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत पहले चरण में 6 नए एम्स खोले जाने का फैसला लिया। |