आज दिनांक 15 अक्तूबर , सम्पूर्णा की संस्थापक डा.शोभा विजेन्द्र ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के तहत एक महत्वपूर्ण बैठक में आवाज उठाई कि दहेज मृत्यु महिला सहशक्तिकरण की रह में एक बहुत बडा रोड़ा है। बैठक सम्पूर्णा के परिवार परामर्श केन्द्र में आयोजित की गई। सम्पूर्णा 1993 से बेसहारा व परेशां महिलाओं की सम्स्याओं के समाधान के लिए परिवार परामर्श केन्द्र चला रही है। सम्पूर्णा संस्था के संरक्षक व सम्पूर्णा सदस्यों एवं परिवार परामर्श केन्द्र के बसपमदजे ने सरोजनी नगर की सोफटवेयर इंजीनियर दहेज पीडि़त महिला के लिए दुख प्रकट किया। सम्पूर्णा अध्यक्षा तरूणा कटारिया ने इसे एक ‘शर्मनाक घटना बताया है कि एक शिक्षित महिला अपने पति व ससुर द्वारा दहेज के लिए ‘शारीरिक व मानसिक ‘शोषण का शिकार होती रही। उन्होंने यह तय किया कि सम्पूर्णा ऐसी प्रथाओं को न केवल बंद करने के लिए बल्कि इसे जड. से उखाड. फैकने के लिए उच्चतम अधिकारियों तक जाएगी और यह तभी संभव है जब अपराधिक न्याय प्रणाली संवेदनशील और तार्किक दृष्टिकोण के साथ काम करेगी। उन्होने मांग की है कि इस मामले को फास्ट टैªक अदालत में पेश किया जाना चाहिए और अपराधियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। |