उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने मानकों के अनुसरण को बर्बादी रोकने और बेहतर नतीजे पाने का मूल मंत्र बताया है। आज नई दिल्ली में विश्व मानक दिवस पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. के.वी. थॉमस ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों को अनुमोदित फॉर्मैट की संज्ञा देते हुए कहा कि इनसे यह बात सुनिश्चित होती है कि सामग्री, तौर-तरीके और सेवा उद्देश्य के अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि मानक, गुणवत्ता, सुरक्षा और उत्पाद तथा सेवाओं के निष्पादन की जरूरत तय करते है और नई से नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए बड़े पैमाने पर उत्पादन की रूपरेखा बनाते हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मानकों को सर्वश्रेष्ठ चलन और तकनीकी ज्ञान के स्रोत बताया। विश्व मानक दिवस पर आयोजित इस समारोह में प्रो. थॉमस ने देश की ज़रूरतों और प्राथमिकता के हिसाब से भारत में मानकों के विकास के लिए भारतीय मानक ब्यूरो की सराहना की और कहा कि इस संस्था ने विभिन्न उद्योगों के लिए अब-तक विभिन्न विषयों पर 18,800 मानक निर्धारित किए है। |