राष्ट्रीय (05/10/2012)
‘भाजपा सरकारी धन का दुरूपयोग कर रही है’--हि.प्र. कांग्रेस समिति के अध्यक्ष श्री वीरभद्र सिंह के हवाले से प्रकाशित
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कुछ समाचार पत्रों में हि.प्र. कांग्रेस समिति के अध्यक्ष वीरभद्र सिंह के हवाले से प्रकाशित समाचार जिसमें ‘भाजपा सरकारी धन का दुरूपयोग कर रही है’ और भाजपा सरकार द्वारा विज्ञापन जारी कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है को पूरी तरह द्वेषपूर्ण व राजनीतिक लाभ के लिए जारी किया गया बताया है। सत्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के गतिशील नेतृत्व में राज्य में सरकारी क्षेत्र में 40 हजार से अधिक शिक्षित युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर इतिहास रचा गया है। इसके अलावा निजी क्षेत्र में वर्तमान भाजपा शासनकाल के दौरान 70 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है। उन्होंने वीरभद्र सिंह को याद दिलाया कि उनके शासनकाल के दौरान वर्ष 2003 में भारत सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके तहत सरकारी क्षेत्र में कोई भी नियुक्ति नहीे की जानी थी और केवल 3086 नौकरियां ही सृजित की गई थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा न केवल भारी संख्या में क्रियाशील पदों पर नियुक्ति की गई, परन्तु रोजगार के अतिरिक्त अवसर उपलब्ध करवाकर अतिरिक्त पद भी सृजित किए गए। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में प्रदेश के लोग भाजपा को पुनः सत्ता में लाने के लिए मतदान करेंगे ताकि उन्हें सरकारी व निजी क्षेत्र में और रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि श्री वीरभद्र सिंह प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा किए गए समग्र विकास से विचलित हैं और इसी कारण वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान इसी तरह की उपलब्धियां हासिल करने में वे पूरी तरह असफल रहे थे। उन्होंने कहा कि 70 करोड़ रुपये की लागत से कार्यान्वित की गई अटल बिजली बचत योजना पूरी तरह से प्रदेश द्वारा वित्त पोषित योजना है, जिसके अन्तर्गत 16.50 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को चार-चार सीएफएल बल्ब मुफ्त उपलब्ध करवाए गए। वर्ष 2008 में आरम्भ की गई इस योजना से 275 मिलियन यूनिट विद्युत की बचत हुई और उपभोक्ताओं के बिलों में लगभग 110 करोड़ रुपये की कमी आई। उन्होंने श्री वीरभद्र सिंह से कहा कि वे विभिन्न योजनाएं के बारे में जानकारी हासिल कर लें और कहा कि अटल बिजली बचत योजना में भारत सरकार की बचत लैम्प योजना से कुछ भी नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि संचारण व वितरण नेटवर्क को सुदृढ़ किया गया है ताकि निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जा सके। उन्होंने वीरभद्र सिंह ने पूछा कि उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में एक भी पैसे की बढ़ोतरी क्यों नहीं की, जो शांता कुमार के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान 50 रुपये से आरम्भ की गई थी और जिसके तहत वृद्धों, विधवाओं व शारीरिक रूप से अपंग व्यक्तियों को वित्तीय सहायता 50 रुपये प्रतिमाह की वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाती थी, जिसे बाद में भाजपा सरकार द्वारा पुनः सत्ता में आने के बाद बढ़ाया गया और अब इसे 450 रुपये प्रतिमाह किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान अनुसूचित जाति उप योजना में बजट का केवल 11 प्रतिशत ही व्यय किया जाता था, जिसे भाजपा सरकार ने बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया और वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान इस पर लगभग 1000 करोड़ रुपये व्यय किया जा रहा है। उन्होंने राशि परिव्यय में कमी लाने के आरोप को निराधार बताया और कहा कि इसमें 86 प्रतिशत की वृद्धि कर गत चार वर्षों में भाजपा शासनकाल के दौरान 7180.56 करोड़ रुपये किया गया है, जबकि कांग्रेस के वर्ष 2003-04 से 2007-08 में यह केवल 3852.19 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि यह कहना भी गलत है कि सामाजिक क्षेत्र में कुल व्यय में 25 प्रतिशत की कमी गई है, जबकि वास्तविकता यह है कि इसे बढ़ाकर 32.5 प्रतिशत किया गया है और शिक्षा में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश शिक्षा, स्वास्थ्य व समाज कल्याण क्षेत्र में देश भर में आदर्श राज्य के रूप में उभर कर सामने आया है, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व में यह कभी भी नहीं हो पाया। श्री सत्ती ने वीरभद्र सिंह को आगाह करते हुए कहा कि वे प्रदेश की जनता को कम न आंके क्योंकि वे शिक्षित और बुद्धिमान हैं, जो उनके शासन व भाजपा के शासन की तुलना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग जानते हैं कि इस तरह के भ्रामक बयानबाजियों के पीछे वीरभद्र सिंह का क्या उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों ने भाजपा को जिता कर मिशन रिपीट पूरा करने का मन बना लिया है। |
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