पीडीएस मिट्टी का तेल और घरेलू एलपीजी पर घाटे में रिकॉर्ड तीव्र वृद्धि तेल विपणन कंपनियों को प्रतिदिन 437 करोड़ रुपये का घाटा (अंडर रिकवरी) ...डीजल पर 11.65 रूपये प्रति लीटर का घाटा भारतीय बास्केट के लिए 28.09.2012 को कच्चे तेल का मूल्य 110.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा ... पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन पेट्रोलियम एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) ने सितम्बर 2012 के पखवाड़े के दौरान कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय कीमतों की समीक्षा की है। इसके अनुसार 01 अक्टूबर 2012 से प्रभावी अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े के संदर्भ में हाई-स्पीड डीजल का घाटा पिछले माह की मूल्य वृद्धि के बावजूद 11.65 रुपये प्रति लीटर के उच्च स्तर पर कायम है। सार्वजनिक वितरण योजना के मिट्टी के तेल और घरेलू रसोई गैस का घाटा क्रमश: 33.93 रुपये प्रति लीटर एवं 468.50 रुपये प्रति सिलेंडर अक्टूबर 2012 के लिए है। जबकि सितम्बर 2012 के लिए यह घाटा क्रमश: 32.70 रुपये प्रति लीटर और 347 रुपये प्रति सिलेंडर था। पीडीएस मिट्टी के तेल पर 0.82 रु./ली और घरेलू रसोई गैस पर 22.58 रु./सिलेंडर की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जा रही है। इन उत्पादों पर घाटे का आकलन मासिक आधार पर होता है। तेल विपणन कंपनियों को इस समय (प्रभावी 01 अक्टूबर 2012) को डीजल, पीडीएस मिट्टी का तेल और घरेलू एलपीजी पर प्रतिदिन लगभग 437 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है।
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