भारतीय वायु सेना 08 अक्टूबर, 2012 को अपनी 80वीं वर्षगांठ मना रही है। हिंडन स्थित वायु सेना केन्द्र पर वायु सेना परेड एवं प्रतिष्ठापन समारोह के सिलसिले में विभिन्न विमानों द्वारा हवाई करतब दिखाए जाएंगे। हवाई करतबों का पूर्वाभ्यास आज (01 अक्टूबर, 2012) से शुरू होगा। जिन क्षेत्रों के ऊपर से विमान कम ऊँचाई पर उड़ेंगे, उनके नाम हैं – वजीरपुर पुल – करावल नगर- अफजलपुर- हिंडन, शामली- जीवाना – चांदीपुर – हिंडन, हापुड़-पिलखुवा- गाजियाबाद- हिंडन। पक्षी विमानों द्वारा कम ऊँचाई पर उड़ान भरने के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं। खुले में फेंकी गयीं खाने-पीने की चीजें पक्षियों को अपनी ओर आकृष्ट करती हैं। भारतीय वायु सेना ने विमानों की सुरक्षित उड़ान सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली, गाजियाबाद और उनके निकटवर्ती क्षेत्रों के नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे खाने-पीने के चीजें और कचरा खुले में न फेकें। साथ ही, यदि वे किसी शव को खुले में पडा हुआ देखें तो उनसे अनुरोध है कि वे उसके बारे में वायु सेना के नजदीकी केन्द्र/थानें को उसे वहां से हटाने की व्यवस्था करने को कहें अथवा पक्षी जोखिम निवारण दल के प्रभारी अधिकारी को उसके मोबाइल फोन नम्बर – 9910622314 पर एसएमएस करें। हवाई करतब एएन-32 विमान से आकाश गंगा दल के ध्वजधारक स्काई डाइवरों द्वारा छलांग लगाने से शुरू होंगे। वायु सेना दिवस परेड का आरंभ एमआई-17 वी5 नामक तीन हेलीकाप्टरों द्वारा ध्वज बनाने के फ्लाई पास्ट से होगा। बाद में, एमआई-25/35 नामक तीन हेलीकाप्टरों द्वारा चक्र बनाया जाएगा और उसके पश्चात सी-130जे हरकुलिस नामक एक विमान और उसके दोनों तरफ उड़ान भरने वाले एएन-32 नामक दो विमान सोपानक स्थिति में हरकुलिस बनाएंगे। तदंतर सी-130जे हरकुलिस विमान आगे चलेगा और उसके पीछे दो एवरो तथा दो डॉरनियर विमान सोपानक स्थिति में फ्लाईपास्ट करेंगे। लड़ाकू विमानों के फ्लाईपास्ट में आगे तीन जगुआर विमान चलेंगे और उसके अत्यधिक निकट बिसोन (मिग-21), बाज (मिग-29), वजरा (मिराज-2000) और सु-30 एमकेआई (सुखोई) विमान विक् बनाते हुए उड़ान भरेंगे। समारोह के अंत में सू-30 एमकेआई (सुखोई) विमान कम ऊँचाई पर एक्रोबैटिक करतब दिखाएगा। नोट – कृपया इस संदेश को बॉक्स के रूप में प्रकाशित करें। यह उड़ान के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने में सहायक होगा। |