परिवार परामर्ष केन्द्र सम्पूर्णा के तत्वाधान में रजापुर सैक्टर-9, रोहिणी में आज परिवार परामर्श कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यषाला 11 बजे पुर्वाह्न शुरू हुई। सबसे पहले सम्पूर्णा के परामर्शदाता ने इस विषय के संबध् में परामर्शग्रहियों को जानकारी दी। अधिकाश महिलाए सम्पूर्णा के परिवार परामर्श केन्द्र के बारे में जानती है क्योंकि वे परिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए हमारी लाभार्थी रही है। यह कार्यशाला 3 सत्रों में बाटी गई। प्रथम सत्र में एफ.सी.सी. की परामर्शदात्री कल्पना ने संबोधित किया। उन्होंने सम्पूर्णा की परियोजनाओं, क्रिया कलापों आदि के बारे में बताया। ओ.पी. जिंदल विष्वविद्यालय के विक्टिमोलोजी और मनोविज्ञान विभाग के 40 छात्र भी इसमें उपस्थित थे। प्रथम सत्र में छात्रों को घरेलु हिंसा, बलात्कार, बाल शोषण आदि के षिकार व्यक्तियों के साथ मिलने दिया गया। सम्पूर्णा की परामर्शदाता कल्पना अब्बी ने छात्रों को विभिन्न मामलों के बारे में बताया। दूसरे सत्र में छात्रों को यह अबसर दिया गया कि वे शोषित व्यक्तियों के साथ मिलने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दें। तीसरे सत्र में सम्पूर्णा की सह-संस्थापक डा0 शोभा विजेन्द्र ने शोषित व्यक्तियों को सम्पूर्ण सहयता देने के महत्व पर प्रकाश डाला जैसे कि मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक और विधिक सहायता। उन्होंने भारत में शोषित व्यक्तियों को सहायता कार्यक्रम में अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्हें यह जानकर प्रसंनता हुई कि युवा छात्र कमजोर और जरूरतमंद लोगों की सेवा करने में अभिरूचि ले रहे है। सत्र का समापन जीवंत आदान-प्रदान और प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ। डा0 शोभा विजेन्द्र ने छात्रों को अपना बहुमुल्य समय देने के लिए धन्यवाद दिया। यह एक बहुत ही सफल कार्यक्रम रहा क्योंकि इससे छात्रों और शोषित व्यक्तियों को बहुत सारे प्रष्नों का उत्तर देने का अवसर मिला।
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