राष्ट्रीय (11/09/2012)
उपराष्ट्रपति ने ‘’भारतीय शहरों में मुस्लिम’’ नामक पुस्तक का विमोचन किया

| नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में लोरेंट गेयर एवं क्रिस्टोफ जैफरलोट द्वारा सम्पादित पुस्तक ‘भारतीय शहरों में मुस्लिम’ का विमोचन करने के अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत में मुस्लिम एक हजार वर्षों से भी ज्यादा समय से रह रहे हैं जिसमें एक समय शासक के तौर पर, बाद में एक प्रजा के तौर पर और अब एक नागरिक के रूप में रह रहे हैं। वे जातिगत या भाषायी तौर पर समरूप नहीं हैं ओर इस प्रकार उन पर भी स्थानीय सांस्कृतिक परिवेश, आचार-व्यवहार और रीतियों का असर पड़ा है। श्री अंसारी ने कहा कि 1947 में हुए भारत विभाजन जो राजनीतिक घटना का परिणाम है, इससे भारतीय मुसलमान काफी प्रभावित हुए, विशेषकर भारतीय संघ के उत्तरी और पूर्वोत्तर राज्यों में। कई दशकों के बाद इस घटना के सामाजिक, आर्थिक प्रभाव का मुस्लिम अल्पसंख्यकों के संदर्भ में अध्ययन या तो किया नहीं गया या बहुत कम हुआ। उपराष्ट्रपति ने ये विचार वयक्त किया कि उन्हें यह आभास हो रहा है कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की विचारधारा द्वारा शासित लोकतांत्रिक राजव्यवस्था में एक समान भागीदार के रूप में मुस्लिम राजनीतिक निर्णय क्षमता में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। |
Copyright @ 2019.



