राष्ट्रीय (07/06/2010)
मुश्किल में शरद पवार, बढ़ रहा है इस्तीफे का दबाव
नई दिल्ली 07 जून। आईपीएल में खिलाड़ियों के नीलामी को लेकर विवादों में आए केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार पर इस्तीफे का दबाव बढ़ता जा रहा है। भाजपा, माकपा के बाद अब शिवसेना ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिवसेना ने आईपीएल प्रकरण पर केन्द्र सरकार से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। शिवसेना का कहना है कि आईपीएल नीलामी में कई और नेताओं की भी शामिल होने की संभावना है। अगर इसकी जांच सीबीआई से करायी जाये तो कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने आज पुनः कहा है कि आईपीएल की जांच जेपीसी से कराने की जरूरत है। जबकि भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने स्पष्ट कर दिया कि केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार की भूमिका आईपीएल मामले में संदिग्ध है। इस आधार पर पवार को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आईपीएल नीलामी में शरद पवार और उनके परिवार की भूमिका की जांच की जानी चाहिए। भाजपा अध्यक्ष ने यूपीए सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यूपीए सरकार आईपीएल मामले में जान बूझकर टालमटोल कर रही है। उन्हांने आगे कहा कि यूपीए सरकार इस सारे मामले को पवार पर छोड़ दी है। इसका मतलब जनता के समझ से बाहर है। क्या कभी कोई खुद कहा सकता है कि वह दोषी है। जबकि यह सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस मामले की तह तक पहुंचे। लेकिन कांग्रेस इस मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश में है। गडकरी ने आगे कहा कि नैतिकता यही कहती है कि इस मामले पर पवार का खुद इस्तीफा दे देना चाहिए और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे नेताओं से इस्तीफा मांगें। |
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