कोलंबो 06 जून। श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने देश में मूलभूत परियोजनाओं का साकार करने के लिए भारत सरकार कहा है कि वह इसके विकास में भागीदार बने। उन्होंने कहा है कि श्रीलंका में इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन, विनिर्माण योजनाओं की प्रबल संभावनाएं दिखती है। अगर पड़ोसी देश भारत इस दिशा में श्रीलंका का सहयोग बढ़ाती है तो दोनों देशो के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। कोलंबो में एक व्यापारिक मंच को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्षे ने कहा कि श्रीलंका मंे विविध व्यापारों के भरपूर अवसर है। इस देश में कई ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत हैं। श्रीलंका सरकार उन सभी विरासतों को सहेजकर एक अंतराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन का केन्द्र बनाना चाहती है। सौभाग्यपूर्ण यह है कि श्रीलंका एक समृद्ध विरासत से भरा देश है। सरकार उन विरासतों को सहेजकर रखने के लिए प्रयासरत है। जिसके लिए हमे पड़ोसी देशों से सहयोग की जरूरत है। धार्मिक विरासत से जुड़े कई तथ्य श्रीलंका में मौजूद है। जिनके प्रति भारतीय लोगों में आस्था है। राजपक्षे ने भारत को एक मित्र देश बताते हुए कहा है कि भारत यहां के परियोजनाओं में भागीदार बने। इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्ते और मजबूत होंगे। श्रीलंका में सभी परियोजनाओं के विकास में काफी संभावनाएं हैं। 8 जून को भारत यात्र पर आ हरे श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्षे ने कहा है कि इस यात्रा का उद्देश्य पड़ोसी देशों के बीच रिश्तों को और मजबूत करना है। श्रीलंका सभी समुदाय के लोगों से मैत्रीपूर्ण रिश्ता बनाना चाहता है। उन्होंने कहा है कि श्रीलंका के निर्माण और व्यापार के विविध अवसर हैं। हम चाहते हैं उन क्षेत्रों में भारत सहयोग करने एवं भागीदार बने। |