राष्ट्रीय (01/06/2010)
मेरा अगला लक्ष्य शेष छह महाद्वीपों की शीर्ष चोटियों पर भारतीय तिरंगा लहराना हैः अर्जुन वाजपेयी
नोएडा 1 जून। सबसे कम उम्र में एवरेस्ट फतह करने वाले भारत के पहले पर्वतारोही अर्जुन वाजपेयी को वापस लौटने के बाद गृहनगर नोएडा में उनका भव्य स्वागत किया गया। अर्जुन वाजपेयी ने मात्र 16 वर्ष 11 महीने की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की है। वह 25 मार्च 2010 को एवरेस्ट फतह करने के लिए रवाना हुआ था। अर्जुन ने बचपन में देखे सपने को पूरा करने के लिए अपने हौसलांे के बल यह उपलब्धि हासिल की है। अर्जुन वाजपेयी ने गृहनगर नोएडा आकर मीडिया को बताया कि वह अपने ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए इतनी कम उग्र में इतना बड़ा फैसला किया था। एवरेस्ट फतह करने के बाद अर्जुन भारत के पहले और विश्व के दूसरे सबसे सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बन गये हैं। विश्व स्तर पर नेपाल के 15 वर्षीय तेंबा श्री ने सबसे कम उम्र के पर्वतारोही के नाम अपना रिकार्ड दर्ज कराया है। अर्जुन वाजपेयी ने कहा है कि एवरेस्ट फतह के लिए जुनून के साथ-साथ अभ्यास बहुत जरूरी है। क्योंकि एवरेस्ट पर चढ़ाई के दौरान कई बार ऐसी परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। जहां जिंदगी से ज्यादा मौत करीब दिखाई देती है। मैं भी एक बार उस दौर से गुजरा जहां पर मेरी सांसे अटक गई और मास्क निकल गया। उस दौरान किस तरह मेरी जान बची उसे शब्दों में बयान कर पाना संभव नहीं है। उस समय एक पर्वतारेाही शेरपा ने मेरी मदद की। उन्होंने कहा है कि अब मेरा अगला लक्ष्य शेष छह महाद्वीपों के शीर्ष चोटियों पर भारतीय तिरंगा को लहराना है। |
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