नई दिल्ली 26 मई। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल आज छह दिन की चीन यात्रा पर रवाना हुई। दोनों देशों के बीच सामरिक रिश्तों को मजबूत करने के लिए श्रीमती पाटिल की यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर दस्तखत भी हांेगे। पिछले एक दशक में भारत के तरफ से किसी राष्ट्राध्यक्ष का यह पहला चीन दौरा है। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल शंघाई एक्सपो 2010 का भी दौरा करेंगेी। शघाई एक्सपों में भारत-चीन के कारोबारी मंच को भी राष्ट्रपति संबोधित करंगीं इसके अलावा चीन की राजधानी पईचिंग में प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर का भी उदघाटन करेंगी। ऐसा माना जा रहा है कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का चीन दौरा दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण रिश्तों के लिए महत्वपूर्ण होगी। विदेश सचिव निरूपमा राव का कहना है कि यह वार्ता दो देशों की आर्थिक-राजनीतिक-एवं कूटनीतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भारत चीन के साथ दोस्ती में प्रगाढ़ता की उम्मीद रखता है। निरूपमा राव ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल क यह छह दिवसीय चीन दौरा सामरिक रिश्तों के लिए महत्वपूर्ण है। पिछले दस सालों में भारतीय राष्ट्रपति का यह पहला चीन दौरा है। उन्होंने कहा है कि दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर भी बातचीत होगी।
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