राष्ट्रीय (29/04/2010)
झारखंड में राष्ट्रपति शासन के आसार
रांची 29 अप्रैल।। शिबु सोरेन की सरकार से भाजपा द्वारा समर्थन वापस लिये जाने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई है और राज्य में पुनः राष्ट्रपति शासन के आसार दिख रहे हैं। हालांकि कांग्रेस चाहे तो सोरेन को समर्थन देकर इस सरकार को बचा सकती है। कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं। लेकिन कांग्रेस के नजदीकी सूत्रां का कहना है कि फिलहाल पार्टी ने राज्य में सरकार बनाने संबंधी किसी भी पहल पर विचार नहीं किया है। राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी 18-18 सीटों पर है। झांरखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने कहा है कि यह संभव ही नही है कि मैं सरकार को समर्थन करूं। मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा के राज्य में 11 विधायक हैं। इसके अलावा किसी भी पार्टी के पास पर्याप्त बहुमत नहीं है कि वह सोरेन को समर्थन करे। राष्ट्रीय जनता दल के पास भी मात्र पांच सीटे है। इसलिए फिलहाल लालू प्रसाद यादव इस मसले पर कुछ भी नही बोल रहे हैं। शिबू सोरेन ने भाजपा से कहा है कि वह अपने फैसले पर पुनः विचार करें। सोरेन ने यह भी कहा है कि अगर भाजपा को मुझसे नाराजगी है तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हू और कोई नया नेता चुना जाये। लेकिन भारतीय जनता पार्टी सरकार से समर्थन वापसी पर पुनः विचार के लिए तैयार नहीं है जिससे झारंखड की सरकार अब गिरी तब गिरी की स्थिति में पहुंच गई है। |
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