राष्ट्रीय (18/07/2024)
कांवड़ यात्रा के दौरान फल-सब्जी विक्रेताओं और रेस्टोरेंट मालिकों को बोर्ड पर नाम लिखने का आदेश: विरोध का उठ रहा है स्वर
कांवड़ यात्रा के दौरान सरकार ने फल-सब्जी विक्रेताओं और रेस्टोरेंट मालिकों को अपने बोर्ड पर अपना नाम लिखने का आदेश दिया है। इस नए आदेश के पीछे सुरक्षा कारणों को प्रमुखता दी जा रही है, लेकिन इसका विरोध भी सामने आ रहा है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इस आदेश का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अधिकारियों का कहना है कि इससे यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा या धोखाधड़ी से बचा जा सकेगा। हालांकि, इस निर्णय का विरोध भी जोर पकड़ रहा है। कई लोगों का मानना है कि यह भारतीय तहजीब पर हमला है और लोगों के खानपान और व्यापार की स्वतंत्रता को बाधित करता है। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, "ये तय करने वाले कि कौन क्या खाएगा, अब ये भी तय करेंगे कि कौन किससे खरीदेगा? यह हमारे अधिकारों का उल्लंघन है।" विरोध करने वालों का कहना है कि यह आदेश हमारे समाज की विविधता और सहिष्णुता के खिलाफ है। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, "हमारी भारतीय तहजीब विविधता और सहिष्णुता में विश्वास करती है। हमें ऐसी विचारधारा को खुद से दूर रखना होगा जो हमें विभाजित करती है।" सरकार ने अपने आदेश का बचाव करते हुए कहा है कि यह कदम केवल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर उठाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस निर्णय से यात्रियों को साफ और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। संवाददाता लीमा की रिपोर्ट |
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