विशेष (14/07/2024) 
पहली बार में परचम लहराया जोगिंदर सोलंकी ने
नई दिल्ली ! 58 साल पुरानी पत्रकारों की संस्था " प्रेस एसोसिएशन " किसी परिचय की मोहताज नहीं है मिडिया जगत में कोई इस संस्था से अनजान नहीं है, भारत सरकार से मान्यता प्राप्त इस संस्था से पत्रकारिता जगत की नामी गिरामी हस्तियां जुडी रही है ! 13 जुलाई को प्रेस एसोसिएशन का चुनाव संपन्न हुआ और इस बार    नई टीम की जीत हुई जिसमें कुछ पुराने चेहरे हैं और बहुतेरे नये चेहरे भी हैं। चूंकि अध्यक्ष पद पर कोई और उम्मीदवार ही नहीं था,लिहाज़ा श्री सी.के.नायक ही दोबारा इस पद पर आसीन हो गये। उनका पैनल भी मैदान में आ गया जिसके मुकाबले कोई और पैनल ही नहीं बन पाया। 
        ऐसे हालात में मैनेजिंग कमेटी के दो लोगों की जीत बेहद मायने रखती है,जो स्वतंत्र रुप से चुनाव लड़कर जीत का परचम लहराने में कामयाब हुए। पहले हैं,जोगेंद्र सोलंकी और दूसरे हैं के.पी.मलिक। मलिक पहले भी कमेटी के सदस्य थे लेकिन सोलंकी की विजय इसलिये ज्यादा खास बन जाती है क्योंकि वे पहली बार चुनावी-मैदान में उतरे और सबसे अधिक वोट पाने में दूसरे नंबर पर आकर सबको चौंका दिया। वह पुराने क्राइम रिपोर्टर हैं और आज भी उसी बीट पर सक्रिय हैं।
            प्रेस एसोसिएशन से जुड़े पत्रकारों ने रातों रात लागू हुई एमरजेंसी के समय भी सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी तब संस्था का कार्यालय की जगह प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया बना जहां से बैठकर कुलदीप नैयर,ऐस. सहाय और इंद्रजीत से लेकर अरुण शौरी आदि जैसे न जाने कितने नामी-गिरामी पत्रकारों-लेखकों ने सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला और अपनी आवाज को बुलंद
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