विशेष (05/03/2024)
अपने अधिकारों को जाने और शिक्षा को अपने जीवन में प्राथमिकता दे: न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा पूर्व न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय
छह कुलपतियों ने समारोह में आकर कार्यक्रम को बनाया गरिमामय : भागीदारी जन सहयोग समिति की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष के उपलक्ष्य पर एक कानूनी जागरूकता समारोह का भव्य आयोजन होटल दा पार्क संसद मार्ग , नई दिल्ली में किया गया इस समारोह में दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण एवं इंस्टीटूशन ऑफ़ इंजीनियर्स ( इंडिया ) दिल्ली स्टेट सेंटर की प्रमुख भागीदारी रही इस समारोह में पंजाब एंड सिंध बैंक सहयोगी आयोजक रहा अपने संक्षिप्त स्वागत भाषण में भागीदारी जन सहयोग समिति के राष्ट्रीय आयोजन समिति के सदस्य नीरज खत्री डीन के आर मंगलम यूनिवर्सिटी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया इस अवसर पर बोलते हुए न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा पूर्व न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय भारत ने बताया कि जब उन्होंने लॉ कॉलेज में दाखिला लिया तो पूरी क्लास में सिर्फ तीन लड़कियां थी उन्हें भी कमेंट्स करते थे कि ये पुरषों के खिलाफ जा कर अपने ज्ञान का दुरूपयोग करेंगी शिक्षा जारी रखने के लिए वह दौर बहुत चुनौतीपूर्ण था न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा ने महिलाओं से अपील की कि वे वे अपने अधिकारों को जाने और शिक्षा को अपने जीवन में प्राथमिकता दे। न्यायमूर्ति धर्मेश शर्मा न्यायाधीश उच्च न्यायालय दिल्ली ने कहा कि कानूनी जागरूकता महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त माध्यम है उन्होंने इस अभियान में नागरिकों के अपना योगदान देने के अपीन की। जिला न्यायाधीश मुकेश कुमार गुप्ता सदस्य सचिव डीएसएलएसए ने अपनी बात मार्मिक कविता की पंक्तियों से की और लैंगिक भेदभाव पर विस्तृत चर्चा की उन्होंने पुरानी सोच के परिवर्तन को समय की आवश्यकता बताया ओर समाज में नारी के सम्मान को सर्वोपरि बताया न्यायाधीश मुकेश कुमार गुप्ता ने डीएसएलएसए द्वारा महिलाओं को मुफ्त कानूनी सहायता के प्रावधान का भी उल्लेख किया। प्रोफेसर के के अग्रवाल प्रेजिडेंट साउथ एशिया यूनिवर्सिटी ने देश के शिक्षाविदों से आग्रह किया की वे कॉलेज छात्रों को सही दिशा देकर उनके ह्रदय में महिलाओं के प्रति सम्मानभाव को प्रोत्साहित करें। सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के अध्यक्ष विजय गौड़ ने महिलाएं से अपील की कि वे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायें एवं चुप्पी तोड़े इस अवसर पर देश के विभिन्न भागों से आये कुलपतियों ने अपनी अपनी यूनिवर्सिटी कानूनी जागरूकता कार्यक्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए भागीदारी जन सहयोग समिति द्वारा सम्मान ट्रॉफियों से सम्मानित हुए जिन्हे संयुक्त रूप में न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा पूर्व न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय, न्यायमूर्ति धर्मेश शर्मा न्यायाधीश उच्च न्यायालय,जिला न्यायाधीश मुकेश कुमार गुप्ता, प्रोफेसर के के अग्रवाल प्रेजिडेंट साउथ एशिया यूनिवर्सिटी एवं विजय गौड़ अध्यक्ष भागीदारी जन सहयोग समिति के द्वारा सम्मानित किया गया सम्मानित होने वालों में प्रमुख थे प्रोफेसर सुदेश छिकारा कुलपति बी पी एस महिला यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर संगीता बंगा सम कुलपति मानव रचना यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर परमानन्द सम कुलपति शारदा यूनिवर्सिटी ,प्रोफेसर . अभय एम . शंकरेगौडा , सम कुलपति एस वी सुभारती यूनिवर्सिटी , प्रोफेसर मेहराज मीर चेयर प्रोफेसर , मोती लाल नेहरू चेयर ,के आर मंगलम यूनिवर्सिटी , लिंगयास यूनिवर्सिटी एवं लिग्यास ललिता देवी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मनगमें एंड साइंसेज की ओर से प्रोफेसर प्रणव मिश्रा ने प्राप्त किया। सभी शिक्षाविदों ने कार्यक्रम के प्रयास की मुक्त कंठ से प्रशंसा की कार्यक्रम के संयोजन में समिति उपाध्यक्ष भारत भूषण , राकेश शर्मा , सलिल कपूर , ए एन अंसारी , कृष्ण मोहन गोयल की प्रमुख भूमिका रही। |
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