विशेष (11/01/2024)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के लिठसà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® समय:पà¥à¤°à¥‹.संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€
जयपà¥à¤°, 11 जनवरी। विशà¥à¤µ हिनà¥à¤¦à¥€ दिवस के अवसर जयपà¥à¤° से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ मीडिया तà¥à¤°à¥ˆà¤®à¤¾à¤¸à¤¿à¤• जरà¥à¤¨à¤² 'कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ टà¥à¤¡à¥‡' तथा दिलà¥à¤²à¥€ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में 'मीडिया में हिनà¥à¤¦à¥€: समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ और चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚' विषय पर मीडिया लेकà¥à¤šà¤° सीरीज की 106वीं शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला आयोजित की गई। चरà¥à¤šà¤¾ को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकरते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनसंचार संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, दिलà¥à¤²à¥€ के पूरà¥à¤µ महानिदेशक व‌ माखनलाल चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ संचार विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² में पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° (डॉ.)संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि हमें औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर निकलकर हिंदी को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित करने की दिशा में आगे बढ़ना होगा । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हिनà¥à¤¦à¥€ पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट मीडिया , सिनेमा , विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨, पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£ सहित मनोरंजन à¤à¤µà¤‚ राजनीतिक संचार की à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ के रूप में उà¤à¤°à¥€ है। उनका मानना था कि अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ नौकरशाही की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बात पर à¤à¥€ दà¥à¤– पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ किया कि आजादी के 75 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद à¤à¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की à¤à¤¾à¤·à¤¾ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ ही है। पà¥à¤°à¥‹.दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि हिंदी और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं का यह सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® समय है। इस समय को हम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने में लगाà¤à¤‚। लेखक ,अनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤•, सà¥à¤¤à¤‚ठलेखक à¤à¤µà¤‚ आलोचक डॉ दà¥à¤°à¥à¤—ा पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने कहा आज हिंदी की सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¤à¤¾ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर हो गई है यह देख à¤à¤• संतोष की अनà¥à¤à¥‚ति होती है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज निजी अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ टीवी चैनल, रेडियो à¤à¤µà¤‚ ओटीटी पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर हिंदी के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है। इसके पीछे à¤à¤²à¥‡ ही वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• कारण हों लेकिन हिंदी की लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ में निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° हà¥à¤† है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बात पर दà¥à¤– पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ किया कि ओटीटी पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¥à¤¸ और à¤à¤«à¤à¤® रेडियो पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£à¥‹à¤‚ में गली मोहलà¥à¤²à¥‡ और सड़कों की अà¤à¤¦à¥à¤° à¤à¤¾à¤·à¤¾ को केंदà¥à¤° पर लाने के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ हो रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤·à¤¾ में नठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों पर संतोष जाहिर करते हà¥à¤ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ के अनावशà¥à¤¯à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से à¤à¤¾à¤·à¤¾ के बोà¤à¤¿à¤² होने के खतरे की ओर संकेत किया। दैनिक à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° के जयपà¥à¤° संसà¥à¤•à¤°à¤£ के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ संपादक शà¥à¤°à¥€ तरà¥à¤£ शरà¥à¤®à¤¾ ने नई पीढ़ी में अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बढ़ रही उपेकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤¾à¤µ पर चिंता पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करते हà¥à¤ कहा कि पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ में आने वाले विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में शबà¥à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का à¤à¤¾à¤°à¥€ अà¤à¤¾à¤µ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सामानà¥à¤¯ हिंदी पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों में होने वाली अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ उनकी à¤à¤¾à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उदासीनता का उदाहरण है। इस दिशा में देश के विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के मीडिया विà¤à¤¾à¤—ों को विशेष पहल करनी होगी। उनका मानना था कि हमें हिंदी को आचरण में उतरना होगा। शà¥à¤°à¥€ तरà¥à¤£ शरà¥à¤®à¤¾ ने हिंदी को संपà¥à¤°à¥‡à¤·à¤£ विधा के रूप में विकसित करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ महसूस की।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अनूदित à¤à¤¾à¤·à¤¾ के अपà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ आम आदमी को समठमें नहीं आते हैं ।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गारंटी और वारंटी आदि जैसे कà¥à¤› उदाहरण देकर समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ कि समाचार पतà¥à¤° पाठकों की मानसिकता को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ अपना काम करते हैं ताकि वे उनके साथ पूरी तरह से जà¥à¤¡à¤¼ सकें। विषय पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¨ करते हà¥à¤ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के जनसंचार केंदà¥à¤° के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· व कमà¥à¤¯à¥‚निकेशन टà¥à¤¡à¥‡ के संपादक पà¥à¤°à¥‹ संजीव à¤à¤¾à¤¨à¤¾à¤µà¤¤ ने विषय पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¨ करते हà¥à¤ विशà¥à¤µ हिंदी दिवस मनाने की पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि की चरà¥à¤šà¤¾ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मीडिया में à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों पर विशेष सावधानी बरतने की अपेकà¥à¤·à¤¾ की। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ के निदेशक पà¥à¤°à¥‹ à¤à¤® à¤à¤¨ होड़ा ने कहा कि हिंदी दिल से दिल को जोड़ने वाली à¤à¤¾à¤·à¤¾ है । वह मिठास à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤¯à¤¾à¤° की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। सà¥à¤µà¤¾à¤—त उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में मेरठके शहीद मंगल पांडे पीजी गरà¥à¤²à¥à¤¸ कॉलेज की अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ की सहायक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ उषा साहनी ने कहा कि हिंदी हमारी आतà¥à¤®à¤¾ से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ हà¥à¤ˆ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ की सहायक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का सिंह ने सà¤à¥€ अतिथियों का ई बà¥à¤•à¥‡ से सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया तथा अंत में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ई सरà¥à¤Ÿà¤¿à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ तथा ई सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ चिनà¥à¤¹ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किठ। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंत में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ के पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ जनसंचार विà¤à¤¾à¤— की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· आयà¥à¤·à¥€ सचदेवा चोपड़ा ने आà¤à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया। टीम के अनà¥à¤¯ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ के शिकà¥à¤·à¤• पà¥à¤·à¥à¤ªà¥‡à¤‚दà¥à¤° सिंह, डॉ सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह तथा आईआईà¤à¤®à¤Ÿà¥€ यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€, मेरठकी डॉ पृथà¥à¤µà¥€ सेंगर ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ किया। |
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