स्वावलम्बी युवा ही गढ़ेंगे देश का भविष्य -डॉ. प्रणव पण्ड्या
ऋषिकेश-देहरादून मार्ग पर स्थित भोगपुर-सारंगधरवाला गाँव में स्थित गायत्री शक्तिपीठ के विस्तार पटल में आज ग्रामीण युवा खादी स्वावलम्बन केन्द्र के रूप मंे एक नये प्रकल्प की शुरुआत हुई। उत्तराखण्ड खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोग से हरिद्वार स्थित गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज द्वारा स्थापित इस खादी स्वावलम्बन केन्द्र से क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं एवं युवाओं को स्वावलम्बी बनाने के काम की शुरुआत हो गई है। आज सायंकाल खादी स्वावलम्बन केन्द्र का उद्घाटन प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग, सिंचाई तथा समाज कल्याण मंत्री मातबर सिंह कण्डारी ने किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डाॅ0 प्रणव पण्ड्या ने की। इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज के सभी रचनात्मक प्रयास सराहनीय है। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलम्बन, पर्यावरण संरक्षण, व्यसन मुक्ति, नारी जागरण एवं साधना आन्दोलनों की सराहना करने हुए श्री कण्डारी ने कहा कि नारी स्वावलम्बन समय की बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने भोगपुर स्थित नवनिर्मित खादी उत्पादन केन्द्र पर काम करने वाली महिलाओं एवं युवाओं को खादी विभाग का हर सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया। गायत्री परिवार प्रमुख डाॅ0 प्रणव पण्ड्या ने भोगपुर ग्रामवासियों एवं गायत्री शक्तिपीठ प्रबन्धन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्वावलम्बी युवा ही किसी भी समाज तथा देश का भविष्य गढ़ते हैं। समाज की आधीशक्ति “महिला शक्ति“ की महत्ता बताते हुए डाॅ0 प्रणव पण्ड्या ने कहा कि नारियों के स्वावलम्बी बनने से व्यक्ति, परिवार व समाज समुन्नत बनेगा। डाॅ0 पण्ड्या ने बताया कि इसी को ध्यान में रखते हुए बीते जनवरी और फरवरी महीनों में शान्तिकुंज द्वारा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड उत्राखण्ड के तकनीकी सहयोग से 40 महिलाओं को ऊन कताई का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के लिए गायत्री शक्तिपीठ द्वारा भोगपुर, सारंगधरवाला, पुन्नीवाला, बैरागडा, बरकोट, बनगाई मंजोला आदि गाँवों की महिलाओं का चयन किया गया है। गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक योगेश्वर सिहं ने शान्तिकुंज क इस भोगपुर केन्द्र की अनेक उपलब्धियों की चर्चा करते हुए बताया कि गायत्री शक्तिपीठ को स्वावलम्बन केन्द्र के रूप में शान्तिकुंज द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसके माध्यम से उत्तराखण्ड के सभी जिलों और अन्य राज्यों के ग्रामीणजनों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। उद्घाटन समारोह में आयी मंजोला की अनीता देवी, पुन्नीवाला की बीना तिवारी बैरागड़ा की कुसुम पवाँर आदि महिलाओं ने शान्तिकुंज के स्वावलम्बन कार्यक्रमों की सराहना की और स्वावलम्बन केन्द्र के प्रयासों से क्षेत्र की महिलाओं एवं युवाओं को गाँव में ही रोजगार उपलब्ध कराने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र की युवाशक्ति के पलायन को रोकने में मदद मिलेगी। उद्द्याटन समारोह में ऋषिकेष के विधायक प्रेमचंद्र अग्रवाल, खादी एवं ग्रामोंद्योग बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरविन्द खंडूरी, सिंचाई एवं सहकारिता विभागों के विŸा नियंत्रक पंकज तिवारी सहित कई गणमान्य नागरिक, शान्तिकुंज संगठन प्रकोष्ठ के सुखदेव शर्मा, सालिगराम अत्रि, नर्मदाचंल शुद्धि अभियान मध्य प्रदेष के संयोजक केदार प्रसाद दूबे, आनन्द विजयवर्गीय तथा ऋषिकेष के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।
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