विशेष (05/06/2023) 
सिंगल यूज प्लास्टिक का उपभोग नहीं करे : प्रोफेसर एस के. सिंह कुलपति प्रोफेसर एस के. सिंह कुलपति को इसी वर्ष भागीदारी जन सहयोग समिति की ओर से मिला पर्यावरण संरक्षण राष्ट्रीय पुरस्कार
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय ने विश्व पर्यावरण दिवस पर राष्ट्रीय कार्यशाला एंव वृक्षारोपण का आयोजन किया। इस साल पर्यावरण दिवस की थीम वायु प्रदुषण  à¤à¤µà¤‚ कंट्रोल पर रखी गई है। इस अवसर पर कुलपति bप्रोफेसर एस के सिंह ने प्रदुषण मुक्त तकनीकी विश्वविद्यालय का संदेश दिया जिसके तहत वृक्षारोपण के साथ-साथ विश्वविद्यालय में सघन वन क्षेत्र तैयार किया जावेगा। साथ ही उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपभोग नहीं करने की अपील की। उल्लेखनीय है कि प्रोफेसर एस के. सिंह कुलपति को इसी वर्ष राजधानी दिल्ली की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था  à¤­à¤¾à¤—ीदारी जन सहयोग समिति की ओर से मिला पर्यावरण संरक्षण राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है 

इस अवसर पर प्रो. ए. के. द्विवेदी, डीन फेकल्टी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति हर वर्ष कम से कम एक पौधा लगाए और  à¤¨à¤¦à¥€, तालाब व पोखर को प्रदुषित नहीं करें। पर्यावरण का संतुलन कायम रखने से ही जीव और मानव का विकास संभव है। इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. शिव लाल ने विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति उत्साहवर्धन करते हुए ऑक्सीजन के महत्व को बताया तथा प्लास्टिक एवं पॉलिथिन का उपयोग बंद करने की बात कही।

कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि वीरेन्द्र कुमार वर्मा, कुलसचिव, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय ने अपने वाक्यों के द्वारा सभी को पर्यावरण का महत्व à¤¬à¤¤à¤¾à¤¤à¥‡ हुए अपने चारों और पर्यावरण को और अपने मन मस्तिष्क को प्रदुषण मुक्त रहने को कहा। इससे ही हमारा हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ेगा।इंजीनियर देवेन्द्र भार्गव ने पर्यावरण को संजोय रखने पर अपना ध्यान आकर्षित किया एवं कहा की प्रकृति को बिना नुकसान पहुंचाये इसका दोहन करना चाहिए। मुख्य वक्ता डॉ. गुलशन शर्मा ने अपने शब्दों में पर्यावरण एवं इसके इंडेक्स को प्रदर्शित किया। इन्होने विश्व एवं भारत के शहरों में प्रदर्शित एयर क्वालिटी इंडेक्स की चर्चा की एवं इनकी श्रेष्ठतावश इंडेक्स नम्बर बताये।

इंजीनियर श्याम लाल गुप्ता ने प्लास्टिक से हो रहे प्रदुषण पर अपने विचार रखे। अन्त में डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. रितेश पाटीदार एवं डॉ. शांतिलाल के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया।

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