विशेष (09/03/2023)
राकेश शरà¥à¤®à¤¾ को पं. बृजलाल दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ समà¥à¤®à¤¾à¤¨
नई दिलà¥à¤²à¥€, 9 मारà¥à¤šà¥¤ देश की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ *‘वीणा’ (इंदौर)* के संपादक *राकेश शरà¥à¤®à¤¾* को इस वरà¥à¤· के *पं. बृजलाल दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ समà¥à¤®à¤¾à¤¨* से अलंकृत किया जाà¤à¤—ा। समà¥à¤®à¤¾à¤¨ समारोह 2 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को इंदौर में आयोजित किया जाà¤à¤—ा। 1 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 1961 को उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के गांव नà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¤à¤ªà¥à¤°, जिला इटावा में जनà¥à¤®à¥‡ राकेश शरà¥à¤®à¤¾ हिंदी साहितà¥à¤¯ की बहà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¿ सेवा कर रहे हैं।15 से अधिक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के लेखक राकेश शरà¥à¤®à¤¾ अब तक 10 से अधिक पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का संपादन à¤à¥€ कर चà¥à¤•à¥‡ हैं, जिनमें 'बहà¥à¤°à¤‚ग', 'विचार की अनवरत यातà¥à¤°à¤¾', 'आरोगà¥à¤¯à¤®' à¤à¤µà¤‚ 'मालव जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿' आदि विशेष हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार के शà¥à¤°à¤® मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ में 31 वरà¥à¤· तक सहायक निदेशक (राजà¤à¤¾à¤·à¤¾) के पद पर कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ रहे शरà¥à¤®à¤¾ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में वरà¥à¤· 1927 से निरंतर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हिंदी की सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ ‘वीणा' के संपादक हैं। साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• अवदान के लिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ साहितà¥à¤¯ अकादमी के ‘शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ सरल’ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ सहित अनेक समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ हैं। यह दूसरा मौका है, जब ‘वीणा’ के संपादक को पं. बृजलाल दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ दिया जा रहा है। इससे पहले वरà¥à¤· 2007 में वीणा के ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ संपादक सà¥à¤µ. शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दर वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ को यह समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया गया था। तà¥à¤°à¥ˆà¤®à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ *‘मीडिया विमरà¥à¤¶â€™* के सलाहकार संपादक *पà¥à¤°à¥‹. संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€* ने बताया कि यह पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· हिंदी की साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ करने के लिठदिया जाता है। इस अवॉरà¥à¤¡ का यह 15वां वरà¥à¤· है। ‘मीडिया विमरà¥à¤¶â€™ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ किठगठइस अवॉरà¥à¤¡ के तहत *गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ हजार रà¥à¤ªà¤, शॉल, शà¥à¤°à¥€à¤«à¤², पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• चिनà¥à¤¹* और *समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पतà¥à¤°* दिया जाता है। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° के निरà¥à¤£à¤¾à¤¯à¤• मंडल में नवà¤à¤¾à¤°à¤¤ टाइमà¥à¤¸, मà¥à¤‚बई के पूरà¥à¤µ संपादक *विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ सचदेव* तथा इंदिरा गांधी कला केंदà¥à¤°, दिलà¥à¤²à¥€ के सदसà¥à¤¯ सचिव *डॉ. सचà¥à¤šà¤¿à¤¦à¤¾à¤¨à¤‚द जोशी* शामिल हैं। इससे पूरà¥à¤µ यह समà¥à¤®à¤¾à¤¨ ‘दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œâ€™ (गोरखपà¥à¤°) के संपादक *डॉ. विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ तिवारी*, ‘कथादेश’ (दिलà¥à¤²à¥€) के संपादक *हरिनारायण*, ‘अकà¥à¤¸à¤°â€™ (जयपà¥à¤°) के संपादक *डॉ. हेतॠà¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ*, ‘सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ दरà¥à¤ªà¤£â€™ (रायपà¥à¤°) के संपादक *गिरीश पंकज*, ‘वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ यातà¥à¤°à¤¾â€™ (दिलà¥à¤²à¥€) के संपादक *डॉ. पà¥à¤°à¥‡à¤® जनमेजय*, ‘कला समय’ (à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²) के संपादक *विनय उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯*, ‘संवेद’ (दिलà¥à¤²à¥€) के संपादक *किशन कालजयी*, ‘अकà¥à¤·à¤°à¤¾â€™ (à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²) के संपादक *कैलाशचंदà¥à¤° पंत*, ‘अलाव’ (दिलà¥à¤²à¥€) के संपादक *रामकà¥à¤®à¤¾à¤° कृषक*, ‘पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾â€™ (à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²) के संपादक *अरà¥à¤£ तिवारी*, ‘यà¥à¤—तेवर’ (सà¥à¤²à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¤ªà¥à¤°) के संपादक *कमल नयन पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯*, ‘अà¤à¤¿à¤¨à¤µ इमरोज़’ (दिलà¥à¤²à¥€) के संपादक *देवेनà¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° बहल* à¤à¤µà¤‚ ‘साहितà¥à¤¯ परिकà¥à¤°à¤®à¤¾â€™ (राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨) के संपादक *डॉ. इंदà¥à¤¶à¥‡à¤–र ततà¥à¤ªà¥à¤°à¥à¤·* को दिया जा चà¥à¤•à¤¾ है। |
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