विशेष (08/03/2023)
संगम विहार में छत पर बंदर के गà¥à¤°à¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ से मां-बेटी सीढ़ियों से गिरीं, बचà¥à¤šà¥€ की मौत
संगम विहार में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। à¤à¤• घर की छत पर अचानक बंदर आ गया और मां-बेटी पर गà¥à¤°à¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लगा। बेटी को गोद में लेकर मां बंदर से बचने के लिठà¤à¤¾à¤—ी, लेकिन सीढि़यों से गिर गई। इससे मां बबीता देवी व बेटी मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ (6) गंà¤à¥€à¤° रूप से घायल हो गà¤à¥¤ दोनों को असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ कराया गया, जहां डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ ने मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ को मृत घोषित कर दिया। बढ़ई विनोद का परिवार à¤à¤š-16/1948 संगम विहार में रहता है। पतà¥à¤¨à¥€ रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे छत पर मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ के साथ थी। छत पर अचानक बंदर आ गया। बबीता ने उसे à¤à¤—ाने की कोशिश की तो वह गà¥à¤°à¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लगा। इससे बबीता देवी डर गई और मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ को लेकर à¤à¤¾à¤—ी। मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ सीढि़यों से गिरने लगी तो बबीता ने उसे बचाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया, लेकिन दोनों संतà¥à¤²à¤¨ नहीं बना पाठऔर गंà¤à¥€à¤° रूप से घायल हो गà¤à¥¤ परिजन दोनों को में जामिया हमदरà¥à¤¦ ले गà¤, जहां डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ ने मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ को मृत घोषित कर दिया। मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ के सिर में काफी चोटें आई थीं। बबीता का इलाज कर उसे अब घर à¤à¥‡à¤œ दिया गया है। सूचना मिलने पर संगम विहार थानाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सरोज तिवारी की देखरेख में à¤à¤à¤¸à¤†à¤ˆ सà¥à¤¨à¥€à¤² की टीम ने जांच शà¥à¤°à¥‚ की। जांच में पता चला कि बंदर को देखकर मां-बेटी à¤à¤¾à¤—ी और गिरने से हादसा हो गया। हालांकि, शà¥à¤°à¥‚ में कहा जा रहा था कि बंदर से बचने के लिठबबीता व मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ पहली मंजिल से नीचे कूद गठथे। पापा दीदी कहां चली गई, दीदी को बà¥à¤²à¤¾ दो... मासूम मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ का छोटा à¤à¤¾à¤ˆ मोहित जब à¤à¥€ अपने पिता से यह सवाल कर रहा था तो पिता विनोद के आंसू बह रहे थे। मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ की मां बबीता का à¤à¥€ यही हाल था। इस बार मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ ने होली पर बड़ी पिचकारी की मांग की थी। विनोद रोते-रोते बस यही कह रहे थे, ‘बस à¤à¤• बार आजा तà¥à¤®à¤•à¥‹ बड़का पिचकारी दिलाà¤à¤‚गे।’ इकलौती बेटी की मौत ने विनोद और पतà¥à¤¨à¥€ बबीता को बà¥à¤°à¥€ तरह तोड़ दिया है। बबीता रोते-रोते बेहोश हो रही थी। परिजन उसे संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ की कोशिश कर रहे थे। मूलरूप से बिहार के बेगूसराय निवासी विनोद ने बताया कि वरà¥à¤· 2015 में शादी हà¥à¤ˆ थी। à¤à¤• साल बाद मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ पैदा हà¥à¤ˆà¥¤ बेटी के पैदा होने के बाद विनोद का काम à¤à¥€ ठीक चलने लगा। बाद में दंपती के यहां दो बेटे मोहित और हिमांशॠने à¤à¥€ जनà¥à¤® लिया। मोहित फिलहाल साढ़े चार साल, जबकि हिमांशॠसाढ़े तीन साल का है। मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ पास के à¤à¤• पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•à¥‚ल में पहली ककà¥à¤·à¤¾ की छातà¥à¤°à¤¾ थी। हादसे के समय वह अपने काम पर था। उसके पास पड़ोसी का कॉल आया। उसने बताया कि à¤à¤¾à¤à¥€ और मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ को चोट लग गई है। उसके पहà¥à¤‚चने से पहले ही पड़ोसी बलà¥à¤²à¥‚ और गीता देवी मां-बेटी को मजीदिया असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² ले जा चà¥à¤•à¥‡ थे। असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² पहà¥à¤‚चने पर बेटी की मौत का पता चला। दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤ªà¥à¤°à¥€ के शà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤¨ घाट पर बचà¥à¤šà¥€ का अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° किया गया। परिवार होली पर खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ मनाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन अब घर में मातम छा गया है। |
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