विशेष (23/12/2022)
"वीर बाल दिवस" कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® कड़ी में महानिदेशक डॉ० आर के शरà¥à¤®à¤¾ के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ कावà¥à¤¯ गोषà¥à¤ ी समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨

à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने 26 दिसंबर को "वीर बाल दिवस" घोषित किया है, गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी के साहिबजादे जोरावर सिंह और साहिबजादे फतेह सिंह की महान शहादत के अवसर पर दिलà¥à¤²à¥€ पबà¥à¤²à¤¿à¤• लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 23 दिसंबर 2022 को वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ कावà¥à¤¯ गोषà¥à¤ ी का आयोजन किया गया । गणमानà¥à¤¯ अतिथियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ के साथ बाला पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤® बाल सेवक जतà¥à¤¥à¤¾, हरिनगर की बाल कीरà¥à¤¤à¤¨ मंडली दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह को नमन करते हà¥à¤ तथा उनके साहिबजादों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई महान शहादत को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ करते हà¥à¤ सबद कीरà¥à¤¤à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिया गया । शिकà¥à¤·à¤¿à¤•ा à¤à¤µà¤‚ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤•ा गगनदीप कौर ने पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कीरà¥à¤¤à¤¨ का अरà¥à¤¥ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ सà¤à¤¾ में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ किया तथा गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी à¤à¤µà¤‚ उनके सपूतों के महान बलिदान को कविता à¤à¤µà¤‚ कीरà¥à¤¤à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया I शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ उरà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾ रौतेला, सहायक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ालय à¤à¤µà¤‚ सूचना अधिकारी, दिलà¥à¤²à¥€ पबà¥à¤²à¤¿à¤• लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मंच संचालन करते हà¥à¤ कहा गया कि इतनी छोटी आयॠमें तो बचà¥à¤šà¥‡ छोटी-छोटी चीजों के लिठविचलित हो जाते हैं, किनà¥à¤¤à¥ साहिबजादे जोरावर सिंह और साहिबजादे फतेह सिंह दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने धरà¥à¤® के नेक सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों पर चलते हà¥à¤ हà¤à¤¸à¤¤à¥‡-हà¤à¤¸à¤¤à¥‡ अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ बलिदान कर देना अतà¥à¤¯à¤‚त महान à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ है । कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤à¤¾à¤· चंदà¥à¤° कांखेड़िया, अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, दि.ला.बो. दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ महिमा पर दोहों के माधà¥à¤¯à¤® से की गई । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हम गà¥à¤°à¥ का कितना à¤à¥€ गà¥à¤£à¤—ान कर ले पर गà¥à¤°à¥ के बलिदान और उनकी महिमा का पूरà¥à¤£ बखान कà¤à¥€ नहीं कर सकते । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने माता गà¥à¤œà¤°à¥€ जी को तथा उनके नौनिहालों को राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिठनà¥à¤¯à¥Œà¤›à¤¾à¤µà¤° होने पर शत-शत नमन किया और इन बलिदानियों को अपने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किये I महानिदेशक दिलà¥à¤²à¥€ पबà¥à¤²à¤¿à¤• लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ डॉ. आर. के. शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि यह कà¥à¤·à¤£ सà¤à¥€ को à¤à¤¾à¤µà¥à¤• कर देने वाला है। इस पà¥à¤°à¤•ार के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को आयोजित करने हेतॠमारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के लिठदिलà¥à¤²à¥€ लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ बोरà¥à¤¡ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤à¤¾à¤· चंदà¥à¤° कांखेड़िया को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हृदय से धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ दिया । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि सिख धरà¥à¤® ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° हित के लिठकई कà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दी हैं और यह सैदव से ही हमारे लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¸à¥à¤°à¥‹à¤¤ है । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤°à¥ गोबिंद सिंह जी और उनके साहिबजादे जोरावर सिंह और साहिबजादे फतेह सिंह सà¤à¥€ के लिठसदैव वंदनीय रहेंगे । वकà¥à¤¤à¤¾ डॉ. à¤à¤®. à¤à¤®. à¤à¤¸. बेदी मीत पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨, गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सिंह सà¤à¤¾, लाजवंती गारà¥à¤¡à¤¨, नई दिलà¥à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ पूरà¥à¤µ लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¯à¤¨, इंदिरा गांधी शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ खेल विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, दिलà¥à¤²à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने सिख समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की ओर से माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी के साहिबजादे जोरावर सिंह और साहिबजादे फतेह सिंह की महान शहादत के अवसर पर 26 दिसंबर को "वीर बाल दिवस" के रूप में घोषित करने हेतॠधनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के आगे सर ना à¤à¥à¤•ाना और सबके हितों के लिठकà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨ हो जाना साहिबजादे जोरावर सिंह और साहिबजादे फतेह सिंह के खून में था । इनके दादा गà¥à¤°à¥ तेगबहादà¥à¤° जी को मà¥à¤—ल शासक औरंगजेब ने इसà¥à¤²à¤¾à¤® कबूल करने के लिठकहा था, जिसको न मान कर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हंसते-हंसते जान देना चà¥à¤¨à¤¾ था । पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कवि , समाज सेवक à¤à¤µà¤‚ मदरलैंड वॉइज दैनिक समाचार पतà¥à¤° के बà¥à¤¯à¥‚रो चीफ़ विजय गौड़ ने कविता के माधà¥à¤¯à¤® से बताया कि देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ केवल मनà¥à¤·à¥à¤¯ में नहीं पशॠपकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ होती है । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने कावà¥à¤¯ पाठदà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¤à¤¾à¤—ार में देश पà¥à¤°à¥‡à¤®, तà¥à¤¯à¤¾à¤— और बलिदान के à¤à¤¾à¤µ का उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ किया । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गà¥à¤°à¥ गोविंद सिंह जी, बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ और महिलाओं पर बहà¥à¤¤ खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत तरह से विषय को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कावà¥à¤¯ रचनाà¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की I आग लगी है इस वृकà¥à¤· में जलने लगे पात, सिदà¥à¤§à¥‹à¤‚ की सिदà¥à¤§à¤¿ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ टूटी... à¤à¤—वानॠबसा है नारी में आदि सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° रचनाओं से शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¤¾à¤µ विà¤à¥‹à¤° कर दिया I जाने माने कवि नरेंदà¥à¤° सिंह नीहार ने बताया कि जà¥à¤²à¥à¤® करने वाला सदैव जीवित नहीं रहता परंतॠजà¥à¤²à¥à¤®à¥‹à¤¸à¤¿à¤¤à¤® के खिलाफ आवाज उठाने वाला और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° हित के लिठकà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ देने वाला सदैव के लिठअमर हो जाता है I उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सचà¥à¤šà¥€ कथा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ आया बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के बलिदान की, जोरावर सिंह और फ़तेह सिंह के बलिदान की , बचपन में सिंहों के दांत गिने, यौवन साहस की चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ बने, होठों पर जन-गण मन हाथों पर तिरंगा है, आदि à¤à¤¾à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कविताà¤à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤•र सà¤à¥€ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ से आचà¥à¤›à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ कर कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को अतà¥à¤¯à¤‚त रोचक बना दिया I इस अवसर पर सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कवयितà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ लेखिका डॉ0 अनामिका रोहिलà¥à¤²à¤¾ असिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डाइट दिलà¥à¤²à¥€ सरकार ने à¤à¥€ गà¥à¤°à¥ की महिमा का गà¥à¤£à¤—ान कर कविता पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की गई । इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों के साथ सà¤à¤¾à¤—ार में मीडिया से जà¥à¤¡à¥€ डॉ. ममता शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ, गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक समिति, लाजवंती गारà¥à¤¡à¤¨, दिलà¥à¤²à¥€ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ पदाधिकारी, दिलà¥à¤²à¥€ पबà¥à¤²à¤¿à¤• लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ के अधिकारी , करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€, पाठक, विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के बचà¥à¤šà¥‡ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे I अंत में उरà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾ रौतेला, सहायक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ालय à¤à¤µà¤‚ सूचना, दि.पा. ला. दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¤à¥€ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ अतिथियों, बचà¥à¤šà¥‹à¤‚, अधिकारà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जनों को धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने के साथ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† I यह कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® दिलà¥à¤²à¥€ लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ बोरà¥à¤¡ के महानिदेशक डॉ. रवींदà¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° शरà¥à¤®à¤¾ के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में आयोजित किया गया दिलà¥à¤²à¥€ से बà¥à¤¯à¥‚रो चीफ विजय गौड़ की à¤à¤• विशेष रिपोरà¥à¤Ÿ |
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