विशेष (10/12/2022)
27वें उदà¥à¤à¤µ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से देश की कई जानी-मानी हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤à¥¤
नई दिलà¥à¤²à¥€, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजधानी दिलà¥à¤²à¥€ के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¤¾à¤—ार में कल शाम "उदà¥à¤à¤µ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨ समारोह" में अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मूरà¥à¤§à¤¨à¥à¤¯ वरिषà¥à¤ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°, à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पूरà¥à¤µ शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€, वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में सांसद लोकसà¤à¤¾ डॉ. रमेश पोखरियाल "निशंक" को "उदà¥à¤à¤µ शिखर समà¥à¤®à¤¾à¤¨" से तथा उदà¥à¤à¤µ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° राजीव निशाना सहित देश की कई जानी-मानी हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ को अलंकृत किया गया। "उदà¥à¤à¤µ" साहितà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ है जो विगत 27 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से निरंतर साहितà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिठराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ है। साहितà¥à¤¯, कला, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, नà¥à¤¯à¤¾à¤¯, शिकà¥à¤·à¤¾, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, समाज à¤à¤µà¤‚ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ आदि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤—ति में अपना अतà¥à¤²à¤¨à¥€à¤¯ योगदान देने वाले पà¥à¤°à¤–र वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µà¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने हेतॠसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ उदà¥à¤à¤µ संसà¥à¤¥à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मनीषा को नमन करते हà¥à¤ 'उदà¥à¤à¤µ शिखर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ उदà¥à¤à¤µ मानवसेवा समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। इस अवसर पर "उदà¥à¤à¤µ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से अलंकृत होने वाले पà¥à¤°à¤®à¥à¤– वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µà¥‹à¤‚ में महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के समाजसेवी à¤à¤µà¤‚ इंजीनियर मोहन पारा जी आवà¥à¤¹à¤¾à¤¡, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‹. विपिन कà¥à¤®à¤¾à¤° अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², पà¥à¤°à¥‹. सतà¥à¤¯à¤•à¥‡à¤¤à¥ सांकृत, इंदà¥à¤°à¤œà¥€à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ (अमेरिका), शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ डॉ. राजेशà¥à¤µà¤°à¥€ कापड़ी, बाल रोग विशेषजà¥à¤ž डॉ. हेमचंदà¥à¤° à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अमित कà¥à¤®à¤¾à¤°, लेखिका शोà¤à¤¨à¤¾ मितà¥à¤¤à¤², जीवन कौशल विशेषजà¥à¤ž चंदà¥à¤°à¤¾ पी. डोà¤à¤¾à¤², वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° राजीव निशाना, रोबोटिक सरà¥à¤œà¤¨ डॉ. शैलेश गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, पà¥à¤°à¥‹. इशरत जहाॅं, समाज सेवी ममता सोनी, पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक à¤à¤µà¤‚ शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ संजय पांचाल तथा चिकितà¥à¤¸à¤• डॉ. देश राज समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ थे। इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€ उमापति पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° उमापति दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ ने केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ हिंदी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ होने वाली पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ "à¤à¤¾à¤µà¤•" के कà¥à¤‚ठविशेषांक की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ माननीय मंतà¥à¤°à¥€ जी को à¤à¥‡à¤‚ट कीं। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के à¤à¤µà¥à¤¯ सà¤à¤¾à¤—ार में कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को गौरवपूरà¥à¤£ बनाने के लिठमà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. (डॉ.) संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€, महानिदेशक, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जन संचार संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे, वहीं अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· के रूप में महामहिम शà¥à¤°à¥€ गनबोल दामजेव, à¤à¤¾à¤°à¤¤ में मंगोलिया के राजदूत मंच पर आसीन थे। समारोह में विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि के रूप में वरिषà¥à¤ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ डॉ. अरà¥à¤£ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ ढौंडियाल, सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ और लेखक डॉ. अशोक पांडेय, गगनांचल पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ के संपादक डॉ. आशीष कंधवे , वरिषà¥à¤ कवि-लेखक शैलेंदà¥à¤° शैल, दिलà¥à¤²à¥€ विधानसà¤à¤¾ में मà¥à¤–à¥à¤¯ सचेतक के विशेष कारà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ मनजीत सिंह राणा मंच की शोà¤à¤¾ बढ़ा रहे थे। अतिथियों के सà¥à¤µà¤¾à¤—त का दायितà¥à¤µ सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के अधिवकà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ कवि चंदà¥à¤°à¤¶à¥‡à¤–र आशà¥à¤°à¥€ ने निà¤à¤¾à¤¯à¤¾ वहीं इस महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ वैचारिक à¤à¤µà¤‚ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आयोजन का संचालन "उदà¥à¤à¤µ" के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ कवि डॉ. विवेक गौतम ने किया। इस अवसर पर सà¤à¤¾ को संबोधित करते हà¥à¤ डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि साहितà¥à¤¯ पीड़ा, मनःसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ और सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के बीच के अंतर को रेखांकित करता है तथा साहितà¥à¤¯ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की सेवा को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मिशन के रूप में लेने का आवाहन किया। बाज़ारवाद के इस दौर में मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¤¾ खोती जा रही है जिसे सिरà¥à¤« साहितà¥à¤¯ और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• चेतना से ही बचाया जा सकता है। इस अवसर पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डॉ.विवेक गौतम जैसे निषà¥à¤ ावान वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ उदà¥à¤à¤µ के माधà¥à¤¯à¤® से राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ और अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर जो साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• काम कर रहे हैं वह रेखांकित किठजाने योगà¥à¤¯ है। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में बोलते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनसंचार संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के महानिदेशक पà¥à¤°à¥‹. संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि किसी à¤à¥€ कारà¥à¤¯ को लगातार 27 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक à¤à¤• निषà¥à¤ ा के साथ करते रहना इतना सरल नहीं है। यह à¤à¤• शà¥à¤°à¤® साधà¥à¤¯ काम है जिसे डॉ. विवेक गौतम ने अपनी निषà¥à¤ ा, साहितà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समरà¥à¤ªà¤£ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ चेतना के माधà¥à¤¯à¤® से लगà¤à¤— 3 दशकों तक निरंतर करते रहने में सफल हà¥à¤ हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज आदमी को इंसान बनाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है न कि मशीन। विशिषà¥à¤Ÿ वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में डॉ. आशीष कंधवे ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से डॉ. विवेक गौतम की उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को रेखांकित करते हà¥à¤ कहा कि "उदà¥à¤à¤µ" अपनी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• और वैचारिक चेतना के कारण आज देश की महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾ के रूप में पहचानी जाती है। अनेक उतार-चढ़ाव से होते हà¥à¤ डॉ. गौतम अपनी निषà¥à¤ ा और समरà¥à¤ªà¤£ की शकà¥à¤¤à¤¿ से इस कारà¥à¤¯ को सारà¥à¤¥à¤• और साकार करते आठहैं। साहितà¥à¤¯ निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से समाज में मंगल की कामना करता है और विवेक गौतम उसी मंगल-आशा के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं । पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ डॉ. अशोक पांडेय ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में जीवन की अनà¥à¤à¥‚त सचà¥à¤šà¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ के महतà¥à¤µ और उनसे उपजी पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ की ओर संकेत किया। वरिषà¥à¤ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डॉ.अरà¥à¤£ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ ढौंडियाल ने डॉ.निशंक को अपना नवीनतम कावà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ à¤à¥‡à¤‚ट करते हà¥à¤ अपने संबोधन के माधà¥à¤¯à¤® से विवेक गौतम तथा उदà¥à¤à¤µ संसà¥à¤¥à¤¾ और आयोजित सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨ समारोह के लिठबधाई दी à¤à¤µà¤‚ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में à¤à¥€ इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को वह निरंतर जारी रखेंने के लिठशà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ दी । दिलà¥à¤²à¥€ विधानसà¤à¤¾ में मà¥à¤–à¥à¤¯ सचेतक के ओà¤à¤¸à¤¡à¥€ मंजीत सिंह राणा ने विवेक गौतम और उदà¥à¤à¤µ संसà¥à¤¥à¤¾ को बधाई देते हà¥à¤ कहा कि विगत 15 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में संसà¥à¤¥à¤¾ अपने काम के माधà¥à¤¯à¤® से राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ और अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर पहचान बनाने में सफल रही है। साहितà¥à¤¯, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और समाज पर केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ इस समà¥à¤®à¤¾à¤¨ समारोह में डॉ. निशंक ने अपनी कविता पाठसे उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को आहà¥à¤²à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ कर दिया। इस समà¥à¤®à¤¾à¤¨ समारोह के साकà¥à¤·à¥€ के रूप में देश के अनेक गणमानà¥à¤¯ लोग उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे जिनमें डॉ. à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¾, डॉ.हरà¥à¤·à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ आरà¥à¤¯ ,नीदरलैंड के वरिषà¥à¤ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डॉ. मोहन कांत गौतम, लेखिका आà¤à¤¾ चौधरी, कवि-संपादक राकेश पांडेय, डॉ. रमेश कà¥à¤®à¤¾à¤° बरनवाल, डॉ. महेंदà¥à¤° पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, मदन मोहन गौतम,अमोल पà¥à¤°à¤šà¥‡à¤¤à¤¾, à¤à¤•à¤¤à¤¾ गौतम, गगन à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ, रामचंदà¥à¤° बडोनी और विजय यादव आदि पà¥à¤°à¤®à¥à¤– थे। |
Copyright @ 2019.