विशेष (21/08/2022) 
लुधियाना में 7 साल के बच्चे का कत्ल: ताया ने नहर में डुबोकर मारा, 2 दिन बाद मिली लाश; हत्या की वजह पारिवारिक झगड़ा
सहजप्रीत की मां का 'रामू' कहकर बुलाना पसंद नहीं था आरोपी को सहजप्रीत की मां और उसकी ताई की शादी एक ही घर में सहज की मां ताया स्वर्ण सिंह को 'रामू' कहती थी जो उसे पसंद नहीं था। हत्या से पहले कई जगह सीसी फुटेज में बच्चे के साथ दिखा ताया

मारा गया सहजप्रीत

पंजाब के लुधियाना में 2 दिन से लापता 7 वर्षीय सहजप्रीत का शव रविवार सुबह मिल गया। बच्चे की बॉडी गिल नहर में मिली। ताया स्वर्ण सिंह ने ही उसे धक्का देकर नहर में गिराया और डुबोकर मार दिया । सहजप्रीत के कत्ल की वजह परिवार की आपसी फूट रही। बच्चे की बॉडी मिलते ही पुलिस उसे गिल नहर से निकलवाने में जुट गई। आरोपी ताया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

सात साल का सहजप्रीत 2 दिन पहले ताया स्वर्ण सिंह के साथ जालंधर बाइपास पर फ्रूट लेने गया, मगर वापस नहीं लौटा। पुलिस शुरू से ही इस मामले को संदिग्ध मान कर चल रही थी इसलिए बच्चे के ताया स्वर्ण सिंह को हिरासत में ले लिया। 2 दिन से उससे पूछताछ चल रही थी। शुरू में स्वर्ण सिंह इस बात पर अड़ा रहा कि सहजप्रीत कहां गया? उसे नहीं पता लेकिन पूछताछ के लंबा खिंचने पर वह टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया।

स्वर्ण सिंह की निशानदेही पर रविवार को गिल नहर से सहजप्रीत की बॉडी बरामद कर ली गई। बच्चे की बॉडी मिलने के बाद उसके परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। इससे पहले सहजप्रीत के परिवार ने पुलिस पर उन्हें बेवजह तंग करने और बच्चे को ढूंढने के लिए कोई प्रयास नहीं करने के आरोप लगाए ।

गिल नहर में पेड़ों के बीच फंसी मिली लाश,निकालते खोताखोर ।

मर्डर की वजह मां का 'रामू' कहकर बुलाना

स्वर्ण सिंह ने पुलिस को पूछताछ में सहजप्रीत के कत्ल का वजह भी बताई। स्वर्ण सिंह के अनुसार, सहजप्रीत की मां उसे हमेशा रामू कहकर बुलाती थी। उसे रामू कहकर बुलाना बिल्कुल पसंद नहीं था। यही बात उसके दिमाग में बैठ गई और उसने सहजप्रीत की मां से बदला लेने के लिए उसके बेटे को मौत के घाट उतार दिया।

बताते चले कि सहजप्रीत की मां और उसकी ताई एक ही घर ब्याही है। इस वजह से परिवार में आपसी फूट चल रही थी।

सतलुज दरिया तक भी लेकर गया

सहजप्रीत का परिवार अब्दुल्लापुर का रहने वाला है। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि सहजप्रीत की बॉडी नहर में पेड़ों के बीच फंसी हुई मिली। उसके साथ ताया स्वर्ण सिंह की कई जगह की फुटेज सामने आई थी। स्वर्ण सिंह सहजप्रीत को लेकर सतलुज दरिया तक गया। एक गुरुद्वारे के पास लगे सीसीटीवी कैमरों में भी दोनों नजर आए।

लुधियाना में मोर्चरी के बाहर मौजूद माडल टाउन थाने की पुलिस।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, सहजप्रीत के गायब होने के बाद ऐसी कई चीजें थीं जिनकी वजह से शक स्वर्ण सिंह पर जा रहा था। जैसे बच्चे का अपनी साइकिल बीच सड़क लावारिस हालत में छोड़कर गाड़ी में बैठ जाना? जबकि सहजप्रीत को अपनी साइकिल से बहुत प्यार था। उसके बाद स्वर्ण सिंह का घर लौटकर किसी को यह नहीं बताना कि सहजप्रीत लापता हो गया।

अच्छा तबलावादक था सहज

पड़ोसियों ने बताया कि सहजप्रीत रोजाना गुरुद्वारे जाता था। छोटी सी उम्र में ही उसने तबला बजाना सीख लिया था। वह अच्छा तबला बजाता था। सहजप्रीत को अपने ताया से काफी लगाव था लेकिन यह नहीं पता था कि ताया ही उसकी जान ले लेगा।

बेटे की मौत की खबर के बाद विलाप करते सहजप्रीत के पिता जगजीत सिंह।

5 साल पहले हुआ आरोपी के दिमाग का ऑपरेशन

पुलिस के मुताबिक तकरीबन 5 बरस पहले आरोपी स्वर्ण सिंह के दिमाग का ऑपरेशन हुआ था। वह दिमागी तौर पर अभी भी पूरी तरह सही नहीं है । सहजप्रीत के लापता होने के बाद जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया तो वह दो दिन तक पुलिस को इधर-उधर घुमाता रहा ।। स्वर्ण सिंह ही सहजप्रीत को गिल नहर ले गया और वहां नहर में धक्का दे दिया।


आरोपी स्वर्ण सिंह

सबसे अधिक प्यार था ताया से सहज का पारिवारिक सदस्य बताते है कि सहज का उसके ताया से सबसे अधिक लगाव और प्यार था। आरोपी स्वर्ण अपने बच्चों के कभी खर्च करने को पैसे नहीं देता था लेकिन सहज के एक बार कहने पर ही वह उसे तुरंत पैसे दे दिया करता था। परिवार के सदस्यों की समझ से परे है कि आरोपी स्वर्ण ने इस तरह की वारदात को अंजाम क्यों दिया।

दो बहनों के बाद 8 साल बाद जन्मा था सहज

पारिवारिक सदस्यों बताते है कि सहज की दो बड़ी बहनें है । बहनों के बाद करीब 8 वर्ष गुजरने उपरांत सहजप्रीत का जन्म हुआ था। परिवार में खुशी का माहौल था। परिवार में सबसे छोटा होने की वजह से सहज हर एक का लाडला था।

परिवार से पूरी रात बोलता रहा आरोपी झूठ

परिवार के सदस्यों ने बताया कि, ताया स्वर्ण सिंह पहले कई सहज को घुमाने ले जाता रहता था। पहले जब वह जाता तो फोन करके घर जानकारी दे देता था। इस बार आरोपी से परिवार के सदस्यों ने कई बार फोन किए लेकिन उसने पूरी रात परिवार के सदस्यों को झूठ बोलता रहा कि वह श्री दरबार साहिब है। आरोपी ने परिवार से कहा कि वह सुबह 6 बजे तक घर आ जाएगा।

ताया ने ही सिखाया था तबला बजाना

इलाके के लोग खुद हैरान है, लोग बताते है कि आरोपी स्वर्ण जो कि सहज का ताया है, ने उसे खुद तबला बजाना सिखाया। वह रोजना उसे गुरूद्वारा साहिब लेकर जाता था। उसे पाठ करने उसे ने सिखाया। स्वर्ण और सहज हमेशा इक्टठे ही घुमने जाते थे।

सीसीटीवी से हुआ खुलासा

शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों और गुरूद्वारा कटाणा साहिब में लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपी बच्चे के साथ बाइक पर नजर आ गया। इसके बाद पुलिस ने जब आरोपी पर सख्ती दिखाई तब उसने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पंजाब से राजकुमार शर्मा की रिपोर्ट

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