विशेष (05/07/2022) 
जिले के 43 गांवों में ठोस वेस्ट प्रबंधन और 36 गाँवों में लिक्विड वेस्ट प्रबंधन प्रोजैक्ट लगाए जाएंगे-
अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर
पंचायती राज्य विभाग के अधिकारियों के लिए करवाया ओरीएंटेशन प्रोग़्राम


जल स्पलाई एवं सैनीटेशन विभाग,  ने आज स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज 2 के अधीन पंचायती राज्य विभाग के अधिकारियों के लिए ठोस और तरल वेस्ट प्रबंधन योजनाओं पर ओरीएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया ।
डिप्टी कमिशनर (विकास)  वरिंदरपाल सिंह बाजवा ने यहां जिला प्रशासकीय परिसर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, एसबीएम-2 के तहत जिले के 43 गांवों में ठोस वेस्ट प्रबंधन योजना और 36 गांवों में तरल वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट लगाए जाएगे। उन्होंने कहा कि, रुड़की कलां ब्लाक को माडल के तौर पर चुना गया है, जिसके तहत सभी गांवों को पहल के आधार पर ओडीएफ प्लस किया जाएगा। चंडीगढ़ से विशेष तौर पर पहुँचे जल स्पलाई एवं सैनीटेशन विभाग के राज्य आईईसी एवं सैनीटेशन विशेषज्ञ मनीष मित्तल ने एसबीएम-2 के कंपोनैट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने पंचायती राज्य विभाग के अधिकारियों एवं अन्य कर्मचारियों को ठोस एवं तरल वेस्ट योजनाओं के अलावा प्लास्टिक कचरा, फिकल कचरा एवं ओडीएफ प्लस  के बारे में अवगत करवाया और गांवों में ठोस और तरल वेस्ट के अधीन काम को निर्धारित समय में पूरा करने को कहा।
कार्यकारी ईजीनियर एवं जिला सैनीटेशन अधिकारी रजत गोपाल ने इन योजनाओं के संबंध में तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्धारित समय के भीतर काम पूरा करने को कहा।
उन्होंने ठोस और तरल वेस्ट प्रबंधन योजनाओं के लिए फंड ट्रांसफर हो चुके गाँवो का विवरण पंचायती राज्य अधिकारियों के साथ सांझा किया। बैठक में कार्य़कारी ईंजीनियर अश्विनी कुमार, डी.डी.पी.ओ. इकबालजीत सिंह, बीडीपीओ नूर महल धारा कक्कड़, बीडीपीओ रुड़का कलां और फिल्लौर राजिंदर कौर, बीडीपीओ जालंधर ईस्ट राजेश चड्ढा के अलावा जल स्पलाई एवं सैनीटेशन विभाग सहायक जिला सैनीटेशन अधिकारी एसडीओ गगनदीप सिंह वालिया, एसडीओ आलोक अरोड़ा, एसडीओ चेतन सैनी, एसडीओ गुरविंदर सिंह रंधावा, आईईसी रोहित सिद्धू, स्वदेश रानी और लवली सीडीएस हशविंदर कौर आदि मौजूद थे।

पंजाब से अश्वनी ठाकुर की रिपोर्ट

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