राष्ट्रीय (26/06/2022)
मà¥à¤¥à¥‚ मरà¥à¤®à¤®à¤¾à¤¯à¤£ उप शà¥à¤°à¥€ देवी मà¥à¤¥à¥ मरिअमà¥à¤®à¤¨ मंदिर पर 49वें वारà¥à¤·à¤¿à¤• महोतà¥à¤¸à¤µà¥¤
पूरà¥à¤µà¥€ दिलà¥à¤²à¥€ शाहदरा E4-बà¥à¤²à¥‰à¤• नंद नगरी दिलà¥à¤²à¥€- मà¥à¤¥à¥‚ मरà¥à¤®à¤®à¤¾à¤¯à¤£ उप शà¥à¤°à¥€ देवी मà¥à¤¥à¥ मरिअमà¥à¤®à¤¨ मंदिर पर 49वें वारà¥à¤·à¤¿à¤• वंगल महोतà¥à¤¸à¤µ आमंतà¥à¤°à¤£ हर आम और खास जनता के लिठहै इसमें कोई à¤à¥€ à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ न करते हà¥à¤, सà¤à¥€ सामाजिक लोग शामिल हà¥à¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ईशà¥à¤µà¤° की नजर में हर इंसान बराबरी का दरà¥à¤œà¤¾ रखता है à¤à¤¸à¤¾ इनका मानना है और आम जनता को à¤à¥€ इस धरà¥à¤® के लोग यही शिकà¥à¤·à¤¾ देते हैं बिना किसी à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ के मिलजà¥à¤² कर कोई à¤à¥€ तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° कर मनाया जाठतो वह सबक लिठखà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का बहà¥à¤¤ बड़ा à¤à¤• था साधन होता है उपहार देते समय यह किसी में कोई à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ नहीं रखते हैं। यह महोतà¥à¤¸à¤µ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ का à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही à¤à¤µà¥à¤¯ महोतà¥à¤¸à¤µ है जिसको दूसरी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में पोंगल नाम से à¤à¥€ जाना जाता है मंदिर के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ जगानंद ने बताया इस तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° को बीते 3 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से कोरोना महामारी के चलते सरकार के दिशा-निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नहीं मनाया जा रहा था मगर इस वरà¥à¤· हालात सà¥à¤§à¤°à¤¨à¥‡ के बाद इस तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° को दोबारा से मनाया जा रहा है इसमें तà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥‚ल से गाल में आर पार निकालने की परंपरा है आसà¥à¤¥à¤¾ में लीन रहने वालों का यह मानना है हमारी पूजा से ईशà¥à¤µà¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हो जाà¤à¤‚गे और इस धरती पर आने वाली बड़ी-बड़ी आपदाà¤à¤‚ बिना किसी को कषà¥à¤Ÿ दिठवापस चली जाà¤à¤‚गी शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤¥à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€à¤…मà¥à¤®à¤¨ के लिठ49वां वारà¥à¤·à¤¿à¤• पोविकम महोतà¥à¤¸à¤µ है यह इसमें बचà¥à¤šà¥‡ बूढ़े जवान सब बढ़ चढ़कर जोर शोर से हिसà¥à¤¸à¤¾ लेते हैं सà¥à¤¨ में इतना जोश à¤à¤°à¤¾ होता है कि तà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥‚ल को गाल से आरपार निकालते वकà¥à¤¤ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का दरà¥à¤¦ महसूस नहीं होता है हमारे मंदिर के पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन विजय ने à¤à¥€ शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤¥à¥ मरिअमà¥à¤®à¤¨ के लिठपोंगल महोतà¥à¤¸à¤µ 2022 रविवार को मनाने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया है। सà¤à¥€ बंधन इस समारोह में शामिल होते हैं और इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देवी से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करते हैं और लंबे समय तक चलने वाले पà¥à¤¯à¤¾à¤° के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हैं फूल वितरणविनयार की पूजा होनी है।10-30 बजे के à¤à¥€à¤¤à¤° मां को लेने के लिठअमृत रात 10-30 बजे के बाद देवी को पूचटà¥à¤Ÿà¥‚ और महा दीपराधना रायपू तातà¥à¤°à¥‡ कवाई अमà¥à¤®à¤¾à¤²à¥€ दोपहर में दीपदान होगा। 7- बजे से रात - चलना ..रात में बी-कॉक में विशेष पूजा शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤¥à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€à¤…मà¥à¤®à¤¨ के लिठसजावट, विशेषपूजा अमà¥à¤®à¤² के लिठचंदन-देवी माठऔर मकर की पूजा 7-00 बजे की जाà¤à¤—ी। सà¥à¤¬à¤¹ 8 बजे से इरावॠ+ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤•à¤® और महा दीपारà¥à¤¥à¤¨à¤¾ के साथ पूजा की गई समाज के मà¥à¤–à¥à¤¯ लोग राजा शà¥à¤°à¥€ देवी पापा दी रजनीकांत मौजूद थे |
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