सबलगढ़ । चाचा ने शादी करने से इनकार कर दिया तो समाज के
लोगों ने उसके भतीजे को ही सेहरा पहना दिया। बुधवार को 11 साल के भतीजे की 25 साल
की दुल्हन से शादी होने जा रही थी। हालांकि, प्रशासन को इसकी खबर लग गई और शादी नहीं हो
सकी। मामला मुरेना जिले के टैंटरा के जोरगढ़ी गांव का है। दुल्हन सबलगढ़
के पिपरघान गांव की थी। चूंकि बारात पहुंच ही नहीं पाई और रस्में नहीं हुई थीं, इसलिए मामला दर्ज
नहीं किया गया। टैंटरा थाना प्रभारी पीएस राजावत ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी
कि जोरगढ़ी गांव का रामभजन जाटव अपने 11 साल के बेटे सौरभ की शादी सबलगढ़ के पिपरघान
की 25 वर्षीय रेशमा से करने जा रहा है। बुधवार को सौरभ की बारात सबलगढ़ के पिपरघान
जाना थी और इसकी तैयारियां चल रही थी। दोपहर में जब बारात रवाना होने ही वाली थी कि अचानक राजावत मय बल के गांव में पहुंच गए और दूल्हे के पिता को बुलाकर शादी रोकने के लिए
कहा। इस दौरान महिला बाल विकास विभाग की टीम पिपरघान गांव पहुंची और युवती के
परिजनों को शादी रोकने के लिए कहा। मामला बढ़ता देख दोनों पक्ष शादी रोकने के लिए
राजी हो गए। बताया जाता है कि रेशमा की शादी सौरभ के परिवार के युवक से तय
हुई थी, जो उसका
चाचा लगता है। उसने शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद लड़की व लड़के के परिवार
के बीच विवाद भी हुआ। बाद में रिश्तेदारों की पंचायत में तय हुआ कि सौरभ की शादी
युवती से कर दी जाए। इस बात पर लड़की के परिजन भी सहमत हो गए। इसके बाद 22 अप्रैल
का दिन शादी के लिए निश्चित किया गया था। |