भोपाल: पत्नी बैंक मैनेजर। पति उसी ब्रांच में क्लर्क। दफ्तर में
पत्नी, पति की
बॉस। जाहिर है, दिन में
दो-चार बार आदेश भी देती है। पति को बॉस का हुकुम बजाना भी होता है। गड़बड़ तब होने
लगी, जब दफ्तर
का यह रवैया घर तक आ गया। पत्नी को लगता है, वो ज्यादा कमाती है इसलिए पति उसकी हर बात
माने। पति चाहता है, वो बॉस वाला व्यवहार ऑफिस में छोड़ कर आए और
घर में उसे पति परमेश्वर समझे। बस, शुरू हो गया रोज रोज का झगड़ा। पति ने हीनता
में आकर हाथ भी उठा दिया। नौबत महिला थाने तक पहुंच गई। अहं के टकराव से रिश्तों
में दरार पड़ने के इस मामले की शुक्रवार को महिला थाने के परामर्श केंद्र में
सुनवाई हुई। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। दोनों को अगली काउंसलिंग के लिए 8 मई को
बुलाया है। पति-पत्नी के बीच प्रोफेशन की वजह से दूरियां आने के इस मामले में
दोनों के पक्ष सुने गए। महिला का आरोप है कि, वह बैंक मैनेजर है इसलिए पति हीनता की भावना
के कारण उसके साथ मारपीट करता है। वहीं, पति का कहना है कि पत्नी घर पर भी अफसर वाला
एटीट्यूड रखती है। जिसकी वजह से वह परेशान है। काउंसलर रीता तुली ने बताया कि
कृष्णा (बदला हुआ नाम) की लव मैरिज वर्ष 2012 में हुई थी। शादी के बाद कुछ माह तक
तो सब ठीक चला उसके बाद उसके पति हरीश (बदला हुआ नाम) मारपीट करने लगे। हरीश का
कहना है, कृष्णा घर
आने के बाद भी पूरे समय हुकुम चलाती है। उसकी हर छोटी-बड़ी बात पर नजर रखती है। यदि
पत्नी को बताए बिना माता-पिता से बात कर लें, तो झगड़ा शुरू हो जाता है। काउंसलिंग में पता
चला कि शादी के बाद दोनों ने एकसाथ बैंक की परीक्षा दी थी। इसके बाद पत्नी पीओ बनी
और पति क्लर्क बनकर रह गया। इसके बाद पत्नी के माता-पिता का दखल भी बढ़ गया था। |