राष्ट्रीय (12/04/2015)
गृहमंत्री का स्टैंड सराहनीय-शिवसेना

नई दिल्ली: कश्मीरी पंडि़तों के लिए घाटी में अलग शहर बसाने के मसले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस वक्तव्य की राष्ट्रवादी शिवसेना और यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट ने जोरदार सराहना की है जिसमें गृहमंत्री ने हर कीमत पर कश्मीरी पंडि़तों के लिए अलग शहर बसाने की मोदी सरकार की योजना के क्रियान्वयन की बात कही है। राष्ट्रवादी शिवसेना के अध्यक्ष और यूनाइटेड हिन्दू फ्रंट के महासचिव जयभगवान गोयल ने कहा कि 1990 से अपने आलीशान घर व कारोबार आदि छोड़ने पर विवश कश्मीरी पंडित दर-दर भटक रहे हैं। आतंकवाद से बुरी तरह ग्रस्त मुस्लिम बहुल कश्मीर घाटी में पूर्व की भांति कश्मीरी पंडित कैसे रह सकते हैं। यह वहां के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद सहित पीडीपी व नेशनल कांफ्रेंस के सभी नेता भली प्रकार जानते हैं। ये नेता पृथकतावादी ताकतों के हाथों की कठपुतलियों के रूप में ही कार्यरत हैं। कश्मीरी पंडितों के लिए अलग शहर का विरोध उनके मात्र हिन्दू होने के कारण ही हो रहा है। इन पृथकतावादी तत्वों के पाकिस्तान में बैठे आका जम्मू-कश्मीर को कभी शांत नहीं देखना चाहेंगे यह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडि़तों को अन्य कश्मीरियों के साथ-साथ रहने के संदर्भ में मुख्यमंत्री अथवा अन्य के वक्तव्यों पर विश्वास नहीं किया जा सकता। गोयल ने कहा कि बाढ़ की आपदा हो या अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हिन्दुस्थान की सरकार खुले दिल से जम्मू-कश्मीर की मदद करती है। पूरा देश जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानता आया है और मानता रहेगा लेकिन यासीन मलिक और गिलानी सरीके नेता सरकार से पांच सितारा सुविधाएं लेते हैं और जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताते हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इनकी सुरक्षा हटा दे तो उन्हें अपने ही राज्य में अपनी औकात पता चल जाएगी। गोयल ने मुख्यमंत्री सईद की पाकिस्तान से मेल-मिलाप बढ़ाकर जम्मू-कश्मीर में शांति की बहाली की वकालत पाने की कड़ी भत्र्सना करते हुए कहा कि देश की एकता और अखण्डता पर प्रहार करने वाले ऐसे वक्तव्य एक मुख्यमंत्री देता है तो उसे स्वयं ही सत्तामुक्त हो जाना चाहिए। यहां उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने पहले कश्मीरी पंडि़तों के पुनर्वास का समर्थन किया था लेकिन उस समाचार की अभी स्याही भी नहीं सूखी थी कि घाटी वापिस पहुंचते ही पुनर्वास पर यूटर्न ले लिया। ऐसा मात्र पृथकतावादियो और पाक को खुश करने के लिए मुख्यमंत्री ने किया है। |
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