राष्ट्रीय (11/04/2015) 
गोपाल राय की सफाई, मैंने लालबत्ती नहीं देखी थी

नई दिल्ली । लालबत्ती गाड़ी लगाकर अपने गृहनगर का दौरा करने वाले दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने सफाई दी है। उनका कहना है कि उन्होंने गाड़ी में लालबत्ती लगी नहीं देखी थी और जब उन्हें पता चला तो उन्होंने गाड़ी में बैठने से इनकार भी कर दिया था।

गोपाल राय पिछले रविवार को यूपी में अपने गृह नगर मऊ गए थे। इस दौरान उनके लाल बत्ती लगी गाड़ी में बैठकर सफर करने और गाड़ियों का लंबा काफिला अपने साथ लेकर चलने पर विवाद खड़ा हो गया था। विपक्षी नेता ने इसे आम आदमी पार्टी में तेजी से बढ़ते वीआईपी कल्चर का उदाहरण बता रहे हैं। साथ ही आम आदमी पार्टी ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गोपाल राय से सफाई मांगी थी।

गोपाल राय ने कहा कि वह 3 साल के लंबे अंतराल के बाद अपने घर गए थे। 5 अप्रैल को वह ट्रेन से मऊ पहुंचे, जहां उनके स्वागत के लिए काफी भीड़ स्टेशन पर इकट्ठा हो गई थी। उनका स्टेशन से बाहर निकल पाना मुश्किल हो रहा था। उसी दौरान कुछ लोग उन्हें कवर करके अपने साथ बाहर लाए और एक गाड़ी में बैठा दिया।

राय का दावा है कि उस वक्त उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया कि उस गाड़ी पर लाल बत्ती लगी हुई थी। उसी गाड़ी में बैठकर वह प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन स्थल तक गए। बाद में जब उन्हें पता चला कि उस गाड़ी पर लाल बत्ती लगी है, तो उन्होंने उसमें बैठने से इनकार कर दिया। बाद में गाड़ी से लाल बत्ती निकाली गई, तब जाकर वह उसमें बैठे थे।

राय का कहना था कि उनके पास सिर्फ बिना लाल बत्ती लगी एक नैनो गाड़ी है और वीआईपी कल्चर से दूर-दूर तक उनका कोई नाता नहीं है।

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