राष्ट्रीय (10/04/2015)
फसल जमीन पर गिरने के कारण बालों से दाने काले पड़ गये
कैथल: वर्षा व ओला वृष्टि की मार झेल चुका किसान अब चिन्ता में है कि वे सरकार के मानकों के अनुरूप गेहूं की फसल कहा से लाये। किसान गजेसिंह, लीलु, जगदीश, करेशन आदि ने बताया कि वर्षा व ओला वृष्टि के चलते किसानों की गेहूं की फसल जमीन पर गिरने के कारण बालों से दाने काले पड़ गये है। गेहूं के जो पौधे खड़े रह गये है, उनकी बालों के दाने सिकुड़ गये और पतले भी पड़ गये है। सरकार के मानकों के अनुसार 2 प्रतिशत काला, सिकुड़ा हुआ व बारीक दाना खरीद किया जाता है। नमी की मात्रा भी 12 प्रतिशत मांगी जाती है। उन्होंने कहा कि अब की बार तो सरकार का एक भी मानक सही नही पाया जायेगा। क्योंकि अब की बार तो लगभग सारे दाने काले, बारीक, सिकुड़े हुये व अधिक नमी पाई जायेगी। यदि सरकार अपने मानकों में परिवर्तन नही करती तो किसानों का एक भी दाना समर्थन मूल्य पर नही बिकेगा। जिससे किसानों को अपनी फसल समर्थन मूल्य से भी कम मूल्य पर बेचनी पड़ेगी। वर्षा व ओला वृष्टि से वैसे ही गेहूं का उत्पादन घट का केवल 25 प्रतिशत रह गया है। अब किसानों को भाव की मार भी झेलनी पड़ेगी। किसान इस मार को कैसे झेल पायेंगे। राजकुमार अग्रवाल |
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