राष्ट्रीय (09/04/2015)
दिल्ली में बैटरी रिक्शाओं के पंजीकरण की प्रक्रिया हुई शुरू
नई दिल्ली में आज से बैटरी रिक्शाओं के पंजीकरण की प्रिक्रिया शुरू हो गई है, बैटरी रिक्शा संघ के चेयरमैन जयभगवान गोयल ने परिवहन द्वारा उठाय गए इस कदम पर सतोष व्यक्त करते हुए कहा की यह देरी से उठाया हुआ कदम है,दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा बैटरी रिक्शा पर रोक लगाने के बाद भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा रिक्शा चालकों की मदद करने की खुली सराहना की उन्होंने दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपालराय को भी बधाई का पात्र बताया । चेयरमैन जयभगवान गोयल ने कहा कि बैटरी रिक्शा संघ विगत काफी अरसे से बैटरी रिक्शाओं के पंजीकरण करने की दिशा में दिल्ली एवं केन्द्र सरकार के साथ संपर्क में था। बैटरी रिक्शा चालकों को उचित प्रशिक्षण के लिए बैटरी संघ ने अनेक सथानो पर प्रशिक्षण केन्द्र भी लगाए। आज देश की प्रथम बैटरी रिक्शा को रजिस्ट्रेशन नंबर अलाट करने के साथ ही बैटरी रिक्शाओं के चेयरमैन गोयल ने कहा कि दिल्ली में बैटरी रिक्शा का रोड़ टैक्स पंजीकरण फीस, स्मार्ट कार्ड, बैच और परमिट के लिए 3540 रुपये गरीब रिक्शा चालकों से दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा लिए जा रहे हैं। स्वयं को आम आदमी की सरकार बताने वाली 'आप' सरकार को गरीब रिक्शा चालकों को यह धनराशि माफ़ कर देनी चाहिए। बैटरी रिक्शा का बीमा कराने पर 5268 रुपये का व्यय भी एक गरीब रिक्शा चालक के लिए बहुत बड़ी रकम है क्योकि रोजाना कमाकर रोजी-रोटी का जुगाड़ करने वाला गरीब रिक्शा चालक यदि सरकारी नीति के अनुसार अपनी रिक्शा को माॅडिफाई कराता है तो 4500 रुपये की न्यूनतम धनराशि व्यय करनी पड़ती है। गोयल ने कहा कि सरकार को सहानुभूतिपूर्वक इस पर विचार करके उन्हें यथासंभव राहत देने का प्रयास करना चाहिए। बैटरी रिक्शा संघ के महासचिव सुभाष गोयल और संयुक्त सचिव सुखदेव सिंह ने बैटरी रिक्शा चालकों को बिना किसी ब्याज के कम से कम 15000 रुपये की राशि उपलब्ध कराने की मांग की है ताकि एक गरीब चालक अपनी रिक्शा की सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद यथाशीघ्र सड़क पर ला सके। आज पैसे की कमी के कारण ही अधिकांश रिक्शा चालक अपनी रिक्शा सड़क पर नहीं ला पा रहे। |
Copyright @ 2019.