करेली। निजी शिक्षण संस्थानों में चल रही मनमानी के खिलाफ मंगलवार को सुबह 7 बजे अभाविप ने एक स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। मुख्य द्वार पर ताला डलने से स्कूल का पूरा कामकाज ठप रहा, वहीं स्कूली बच्चे भी घंटों बस में बंद रहे। घंटों की मशक्कत के बाद स्कूल प्रबंधन ने मांगों पर विचार करने का लिखित आश्वासन दिया। तब जाकर 4 घंटे बाद लगभग 11 बजे स्कूल के मुख्य द्वार पर पड़े ताले को खोला गया। अभाविप ने सीबीएसई से मान्यता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों
द्वारा की जा रही मनमानी के विरोध में पीडीएस स्कूल की तालाबंदी कर दी और अपनी
मांगों को पुरजोर तरीके से स्कूल प्रबंधन के सामने रखा। इसके चलते मंगलवार को
स्कूल संचालित नहीं हो सका। इसी दौरान अभाविप के कार्यकर्ता कारमेल स्कूल पहुंचे। स्कूल
प्रबंधन ने मौके की नजाकत को समझते हुए तत्काल संगठन का मांग पत्र लेकर स्कूल के
उच्च अधिकारियों से बात करने की बात कही। साथ ही अनुमति मिलने पर इसी सत्र से सभी
कक्षाओं में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू करने का आश्वासन दिया। पीडीएस स्कूल में तालाबंदी करने के बाद स्कूल प्रबंधन का
पुतला अभाविप ने जलाया और नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान स्कूल प्रबंधन के सदस्य
मौके पर पहुंचे और स्कूल का ताला खोलने के लिए कहने लगे। अभाविप के सदस्यों ने साफ
तौर पर कहा कि अगर आप हमारी मांग मानते हैं तो हम ताला खोल देगें। विद्यार्थी परिषद के आंदोलन की खबर लगते ही तहसीलदार प्रमोद
चतुर्वेदी, नगर
निरीक्षक उमेश तिवारी, एएसआई लालमोहन दीवान, प्रधान आरक्षक सतीश तिवारी सहित पुलिस बल
मौके पर पहुंचा। जहां स्कूल प्रबंधन व संगठन के बीच सामंजस्य बनाने का काम किया।
मौजूद अभिभावकों व संगठन के सदस्यों के आक्रोश को स्कूल प्रबंधन ने सात मांगों पर
विचार करने व स्कूल की कार्यप्रणाली को सुधारने का लिखित आश्वासन दिया। सहमति पत्र
की प्रतिलिपि तहसीलदार व थाना प्रभारी को भी दी गई। एस.के.बिजपुरिया |